नई दिल्ली- फरवरी में दिल्ली दंगा एक सुनियोजित साजिश के कारण हुआ था। उसके पहले इस दंगे की कहानी शाहीन बाग़ में दिखी जा रही थी और दंगे की तैयारी की जा रही थी। शाहीन बाग़ की सड़क लगभग तीन महीने बंद रही। अब दिल्ली पुलिस की चार्जशीट में दावा किया गया था कि दंगे की साजिश रचने वालों ने शाहीन बाग़ की महिलाओं व् अन्य को रोजाना के हिसाब से दिहाड़ी देते थे। आरोप पत्र में यह भी कहा गया है कि महिलाओं का इस्तेमाल आरोपियों द्वारा "धर्मनिरपेक्ष कवर, लिंग कवर और मीडिया कवर" के लिए किया गया था।
पुलिस ने दावा किया है कि दंगे के आरोपियों के व्हाट्सएप चैट से ये जानकारियां मिलें हैं। आपको बता दें कि फरवरी में दिल्ली में दंगे हुए थे और 53 लोगों की जान चली गई थी। इसके पहले शाहीन बाग़ में तरह-तरह के भड़काऊ भाषण चल रहे थे। दंगे के कई आरोपी गिरफ्तार किये जा चुके हैं।
Women protesting against the CAA at locations such as Shaheen Bagh and near Jamia Millia Islamia were paid “daily wages” by alleged conspirators behind the Northeast Delhi riots, the Delhi Police chargesheet filed at Karkardooma court last week states.https://t.co/iZk9iSK8sQ— Amit Malviya (@amitmalviya) September 23, 2020
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