फरीदाबाद- शहर का नाम दुनिया के खास शहरों में लिया जाता है और उद्योगनगरी कहा जाता है। यहाँ की तमाम सड़कों पर अब भी कई तरह के सवाल उठाये जाते हैं। कल प्याली-हार्डवेयर की सड़क पर अनगिनत गड्ढों के कारण एक युवक की जान चली गई जिसका आज अंतिम संस्कार किया गया। घटिया सड़कों के कारण पहले भी फरीदाबाद में मौते हो चुकी हैं और एक पुराने केस में सम्बन्धी अधिकारी जल्द भी जा सकते हैं। बात करे सड़कों की तो फरीदाबाद में नेताओं को घेरा जा रहा है। उन पर सवाल उठाये जा रहे है लेकिन हर नेता ऐसा नहीं है। आपको ताज्जुब होगा कि पूर्व पार्षद कैलाश बैसला अपने खर्चे से अपने वार्ड की 80 छोटी-बड़ी सड़कें बनवा चुके हैं।
वो अपनी जेब से सवा करोड़ रूपये से ज्यादा सड़कों के लिए खर्च कर चुके हैं। वार्ड 20 से इस समय उनकी पुत्री हेमा बैसला पार्षद हैं जहां आये दिन कैलाश बैसला सड़को का उद्घाटन करते रहते हैं। कैलाश बैसला जब सड़कों का उद्घाटन करते हैं तो लोगों को लगता होगा कि इन सड़कों के लिए सरकार ने पैसे दिए होंगे। कैलाश बैसला का कहना है कि उन्होंने जिन 82 सड़कों को बनवाया है उनमे एक पैसा भी न सरकार से मिला है न विधायक से और न सांसद से न ही नगर निगम से।
कैलाश बैसला ने वार्ड-20 की ग्रीनफील्ड कालोनी में आज फिर एक सड़क निर्माण कार्य का श्री गणेश किया जिस मौके पर उन्होंने ये अजीब खबर की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि अब तक मैंने इस क्षेत्र की 82 सड़कें बनवाई हैं जिसमे स्थानीय लोगों का भी साथ मिला है और सवा करोड़ रूपये मैं अपनी जेब से खर्च कर चुका हूँ।
फरीदाबाद की बात करें तो अब तक ऐसा दावा किसी भी नेता ने नहीं किया जिसने 82 सड़कें अपने खर्चे से बनवाई हो। कैलाश बैसला ने एक तरह से एक अजीब इतिहास रच डाला है। फरीदाबाद के बड़े नेताओं को भी उनसे बहुत कुछ सीखने की जरूरत है। शहर में सक्षम नेताओं की कमी नहीं है। शहर के नेता चाहें तो शहर की एक सड़क पर भी गड्ढा न दिखे न की सचिन शर्मा की दर्दनाक मौत होगी।
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