नई दिल्ली- दलित हो या सवर्ण सब हिन्दू हैं और सदियों से हिन्दू समाज में रीति-रिवाज पैदा होने से मृत्यु तक चली आ रही है। हिन्दू धर्म में मौत के बाद भी कुछ क्रियाएं हैं और हाथरस में जो हुआ वो इतिहास बन गया है। सोशल मीडिया पर देश के बुद्धिजीवी लिख रहे हैं कि बिना हल्दी लगाए, बिना गंगाजल दिए एवं अन्य क्रियाएँ किए कल हाथरस में जो हुआ उसे ‘शव जलाना’ कहते हैं, उसे ‘अंतिम संस्कार’ का नाम देकर सनातन धर्म का अपमान ना करें। उत्तरप्रदेश सरकार ने पूरे हाथरस प्रकरण पर ग़लतियाँ पर ग़लतियाँ की, एक नहीं अनेक की, सबकी जवाबदेही तय होनी चाहिए। देखें वीडियो कैसे आनन्-फानन में बिना किसी क्रिया के जलाया गया युवती का शव
भैया जी ने लिखा है कि उत्तरप्रदेश पुलिस और सरकार के कुछ चाटुकार अधिकारियों ने उत्तरप्रदेश पर कभी ना मिट सकने वाला कलंक लगा दिया। हाथरस गैंग रेप पीड़िता के दाह संस्कार की यह तस्वीर लोगों की स्मृतियों में जीवित रहेगी। इस बेटी के साथ जो हुआ, दुनिया में किसी और के साथ ना हो यही महादेव से प्रार्थना है।
उत्तरप्रदेश पुलिस और सरकार के कुछ चाटुकार अधिकारियों ने उत्तरप्रदेश पर कभी ना मिट सकने वाला कलंक लगा दिया। हाथरस गैंग रेप पीड़िता के दाह संस्कार की यह तस्वीर लोगों की स्मृतियों में जीवित रहेगी।
इस बेटी के साथ जो हुआ, दुनिया में किसी और के साथ ना हो यही महादेव से प्रार्थना है। pic.twitter.com/GEPmSqQDcd
— Bhaiyyaji (@bhaiyyajispeaks) September 30, 2020
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