नई दिल्ली- उत्तर प्रदेश पुलिस की सोशल मीडिया पर फिर किरकिरी हो रही है। अब मामला रायबरेली का है जहाँ पुलिस हिरासत में एक युवक की मौत के बाद युवक के परिजनों ने जमकर हंगामा किया। देखें इन लोगों का क्या कहना है।
रायबरेली के लालगंज थाने में पुलिस हिरासत के दौरान थर्ड डिग्री टॉर्चर के बाद दलित युवक मोहित की मृत्यु अत्यंत दुखद!'3 दिनों तक थाने में बंद कर टॉर्चर किया गया जिसकी वजह से युवक की मौत हो गई।'आरोपी पुलिसकर्मियों पर सख्त कार्रवाई कर हो न्याय। 10 लाख ₹ मुआवज़ा दे सरकार । pic.twitter.com/MAZVSbdDOP— Samajwadi Party (@samajwadiparty) August 30, 2020
मामला बड़े अधिकारियों तक पहुंचा तो पुलिस अधीक्षक स्वप्निल ममगाईं ने संबंधित थाना प्रभारी निरीक्षक हरिशंकर प्रजापति को निलंबित कर दिया है।
हाय रे पुलिस तू है बड़ी बेदर्द 3 दिन की पुलिस में 19 वर्षीय युवक की अभिरक्षा में मौत का मामला @ChiefSecyUP @CMOfficeUP @bstvlive @vijaita @ranvijaylive @umashankarsingh @rishabhmanitrip pic.twitter.com/9um3EEukqb— Durgesh Singh (@ds2rbl) August 31, 2020
पुलिस अधीक्षक के मुताबिक लालगंज पुलिस मोटरसाइकिल चोर गिरोह को पकड़ने के लिए काम कर रही थी और करीब 10-11 मोटरसाइकिल बरामद हुई थी। इस मामले में चार आरोपियों के नाम मोहम्मद जैनुद्दीन, मोहम्मद अनस, सुमित यादव और अंकित यादव के नाम सामने आए थे। उनसे पूछताछ में 19 वर्षीय मोहित उर्फ मोनू का नाम भी सामने आया था और अब तक की जांच में मृतक मोनू की संलिप्तता पाई थी।
A 19-year-old died allegedly in police custody. ASP says,"Yesterday he complained of stomach ache & was taken to doctor. Today he was admitted in hospital & was diagnosed with pneumonia & died after 2 hours. Allegations of violence against him is under investigation." pic.twitter.com/aYPLpTMfl4— ConnectGujarat (@ConnectGujarat) August 31, 2020
शनिवार रात मोनू की तबियत अचानक खराब होने लगी और उसने पेट दर्द की शिकायत की जिसके बाद उसे लोकल डॉक्टर को दिखाया गया। रविवार सुबह तबियत ज्यादा बिगड़ गई जिसके कारण जिला अस्पताल रेफर किया गया। जिला अस्पताल में उसे निमोनिया बुखार और ऑक्सीजन लेवल कम होने के लक्षण थे लेकिन शारिरिक रूप से मारपीट और चोट के लक्षण नही थे। लेकिन उसकी मौत रविवार 11 बजे हो गयी। उन्होंने बताया कि उसके परिजनों की ओर से सब इंस्पेक्टर अरविंद मौर्य और जेपी यादव के खिलाफ शिकायत की है।
अब इस मामले में जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव का बयान आया है जिसमे उन्होंने कहा कि प्रथम दृष्टया कुछ अनियमितता जानकारी में आई हैं जिसमे बिना लिखापढ़ी के मृतक को निर्धारित समय से ज्यादा हिरासत में रखा गया था जिसकी मजिस्ट्रेट जांच की जा रही है। परिजनों ने पुलिस पर मोहित के साथ मारपीट और टॉर्चर का आरोप लगाया है।
पुलिस जनता की सुरक्षा के लिए होती है वहीं UP में पुलिस लोगों के जीवन का काल बन रही है।UP के थाने जुर्म का अड्डा बन चुके हैं रायबरेली में तीन दिन तक थाने में रख कर एक युवक को ऐसा पीटा गया की उसकी मौत हो गई। आक्रोशित जनता के न्याय माँगने पर पुलिस द्वारा लाठियां भी भाजी गई। pic.twitter.com/rRcp8oDVZl
— Vikas tiwari (@AapVikas123) August 31, 2020
मोहित अचानक मौत से लोग भड़क गए और पुलिस के इस कृत्य की निंदा करते हुए सड़क पर प्रदर्शन करने लगे जिससे प्रशासन को स्थित नियंत्रण करने के लिये हल्का बल प्रयोग करना पड़ा। मामला तूल पकड़ते देख जिला प्रशासन को मामले की पुलिस और मजिस्ट्रेट जांच तथा प्रभारी निरीक्षक को निलंबित कर दिया।
दिनांक 30 अगस्त 2020 को रायबरेली के लालगंज थाना क्षेत्र अंतर्गत हुई घटना के संबंध में श्रीमान जिलाधिकारी रायबरेली श्री वैभव श्रीवास्तव का वक्तव्य @Uppolice @adgzonelucknow @Igrangelucknow @dgpup @SwapnilMamgain @News18UP @WeUttarPradesh @ETVUPpolitics @ZeeNews pic.twitter.com/usW3hfwghL— Raebareli Police (@raebarelipolice) August 30, 2020
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