नई दिल्ली- हरियाणा की 2014 बैच की आईएएस रानी नागर ने आह इस्तीफा दे दिया। रानी नागर ने कहा- मैं समाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग में एडिशनल डायरेक्टर के पद पर तैनात हूं। पिछले 2 साल से मुझे यूटी (चंडीगढ़) गेस्ट हाउस में सिर्फ 1 कमरे के मकान में समय व्यतीत करना पड़ रहा है। कई बार मांगने पर मुझे मकान नहीं दिया गया। मैं और मेरी बहन 1 कमरे के मकान में रह रहे हैं। 1 कमरे में दो महिलाओं का रहना बड़ा मुश्किल है जिसको लेकर हमें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था। जान का खतरा भी बना रहता था लॉकडाउन के दौरान मेरी जान को खतरा बढ़ता जा रहा था। इस स्थिति में मेरे लिए ड्यूटी करना बहुत ही मुश्किल था। जिसको लेकर मैंने आईएएस पद से त्यागपत्र देना उचित समझा।
रानी नागर के स्टीफ़े के बाद केंद्रीय राज्य मंत्री एवं फरीदाबाद के सांसद कृष्णपाल ने एक ट्वीट कर लिखा है कि हरियाणा की आईएएस अधिकारी रानी नागर के नौकरी से इस्तीफ़ा देने की खबर मेरे लिए अत्यंत निराशाजनक और पीड़ादायक है। बिटिया रानी नागर गुर्जर समाज की पहली महिला आईएएस अधिकारी होने के कारण युवाओं, ख़ासकर लड़कियों के लिए प्रेरणा का स्त्रोत हैं।
उन्होंने आगे लिखा है कि मैं रानी बिटिया से इस्तीफ़ा वापस लेने की अपील करता हूँ। मैं इस बारे में हरियाणा सरकार, बिटिया रानी नागर, उनके परिजनों और अपने समाज के लोगों से बातचीत कर इस मामले के समाधान में सक्रियता से लगा हूँ।
हरियाणा की आईएएस अधिकारी रानी नागर के नौकरी से इस्तीफ़ा देने की खबर मेरे लिए अत्यंत निराशाजनक और पीड़ादायक है। बिटिया रानी नागर गुर्जर समाज की पहली महिला आईएएस अधिकारी होने के कारण युवाओं, ख़ासकर लड़कियों के लिए प्रेरणा का स्त्रोत हैं।— Krishan Pal Gurjar (@KPGBJP) May 4, 2020
1/5
Post A Comment:
0 comments: