फरीदाबाद, 14 अप्रैल - कोरोना वायरस महामारी को लेकर किये गये देशव्यापी लाॅकडाउन के कारण आर्थिक तंगी झेल रहे गरीब तथा असहाय परिवारों की मदद के लिए आगे आते हुए जे.सी. बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद ने आज एक अभियान की शुरूआत की तथा विश्वविद्यालय परिसर में निर्माण कार्यों में लगे मजदूरों के परिवारों को दोपहर का भोजन वितरित किया।
इस अवसर पर कुलपति प्रो. दिनेश कुमार, कुलसचिव डाॅ. सुनील कुमार गर्ग, परीक्षा नियंत्रक डाॅ. राजीव सिंह तथा कार्यकारी अभियंता अजय तनेजा उपस्थित थे। कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने बताया कि विश्वविद्यालय में विभिन्न परियोजनाओं पर निर्माण कार्य चल रहा था, जिसे लाॅकडाउन के कारण बंद करना पड़ा है। इन परियोजनाओं में लगभग 200 से ज्यादा मजदूरों को रोजगार मिल रहा था और परियोजना बंद होने के कारण ऐसे लोगों की कमाई का कोई साधन नहीं रहा है। ऐसे में विश्वविद्यालय ने अपने सामाजिक सरोकार के तहत ऐसे परिवारों की मदद करने का निर्णय लिया है। कुलपति ने विश्वविद्यालय में कार्यरत मजदूरों के परिवारों को कच्चा राशन मुहैया करवाने के लिए शिक्षकों तथा कर्मचारियों से भी आह्वान किया है। उन्होंने कहा कि ऐसे कठिन समय में गरीब व असहाय वर्ग के लोगों की मदद करना हम सबकी जिम्मेदारी है।
प्रधानमंत्री द्वारा लाॅकडाउन अवधि बढ़ाने के निर्णय का स्वागत करते हुए कुलपति ने कहा कि कोरोना संक्रमण को जड़ से समाप्त करने के लिए हम सभी को मिलकर एक लम्बी लड़ाई लड़ने की जरूरत है। इसके लिए सभी को लाॅकडाउन के नियमों का सख्ती से पालन करना होगा और अपनी सामाजिक जिम्मेदारियों को निभाते हुए गरीब एवं असहाय परिवारों की मदद के लिए आगे आना होगा।
उल्लेखनीय है कि कोरोना महामारी से पीड़ित परिवारों की मदद के लिए विश्वविद्यालय के सभी शिक्षकों एवं कर्मचारियों द्वारा अपने वेतन से 10 प्रतिशत का अंशदान देकर 25 लाख रुपये की राशि हरियाणा कोरोना रिलीफ फंड में दे चुके है। इसके साथ-साथ विश्वविद्यालय की यूथ रेड क्रॉस टीम द्वारा संचार के विभिन्न माध्यमों से कोरोनावायरस की रोकथाम के लिए एक जागरूकता अभियान भी चलाया जा रहा है।
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