नई दिल्ली: देश में पिछले कुछ दिनों से कोरोना वायरस के मामले बहुत तेजी से बढ़े हैं। नए मामलों में सबसे बड़ी तादाद तबलीगी जमात के मुख्यालय निजामुद्दीन मरकज में पिछले महीने हुई जमात में शामिल हुए लोगों की है। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक पिछले 2 दिनों में ही तबलीगी जमात से जुड़े 647 लोगों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि को चुकी है। ये केस देश के 14 राज्यों में सामने आए आए हैं। पिछले 2-3 दिनों से देश में कोरोना के जितने नए केस सामने आ रहे हैं, उनमें आधे से ज्यादा मामले मरकज से जुड़े हुए हैं। यही सब देख सरकार ने किसी को भी मस्जिद में भीड़ न लगाने की हिदायत दी है लेकिन कुछ लोग जिन्हे आजकल जाहिल कहा जा रहा है वो अब भी नहीं मान रहे हैं।
ऐसे लोग पुलिस पर लगातार हमले कर रहे हैं जबकि देश में वर्तमान समय में पुलिसकर्मी सेवा भाव का अजीब उदाहरण दे रहे है और सुरक्षा के साथ लोगों को राशन और भोजन अपने निजी खर्चे से पहुंचा रहे हैं जबकि पुलिस की बहुत ज्यादा तनख्वाह भी नहीं होती। ताजा जानकारी के मुताबिक उत्तर प्रदेश के कन्नौज में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने जुमे की नमाज के लिए मस्जिद में भीड़ लगा ली। जब पुलिस इन्हें हटाने पहुंची तो पत्थरबाजी शुरू कर दी। हमले में कई पुलिसवाले गंभीर रूप से घायल हो गए। 1 दरोगा,1 सिपाही और 1 एलआईयू का जवान के घायल होने की सूचना है।
इस घटना की जानकारी जब आला अधिकारियों को मिली तो वे भारी फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे, लेकिन तबतक नमाजी मस्जिद से भाग निकले थे। मौके पर भारी पुलिस पहुँची और 11 नमाजियों को गिरफ्तार किया गया ,मस्जिद का मौलाना अभी फरार बताया जा रहा है। पुलिस पर इस तरह से हमला करने वालों को तुरंत गोली मार देने की बात सोशल मीडिया पर की जा रही है।
शांतिदूतों की इतनी बेशर्मी कन्नौज की एक मस्जिद में नमाज के लिए मना करने गयी पुलिस के साथ ऐसा व्यवहार शांतिदूतों ने किया,— शिखर अवस्थी 💯%FB (@Shikhar_______) April 3, 2020
योगी जी पर भरोसा है कि अपराधी की जड़ खोद दी जाएगी @myogiadityanath
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