नई दिल्ली- अर्बन नक्सली देश के लिए कैंसर से बड़े घातक कहे जा रहे थे लेकिन अब ये कोरोना से भी घातक कहे जा रहे हैं। कोरोना महामारी की बात करें तो इस खतरनाक वायरस से दुनिया भर में अब तक 41355 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि करीब 838445 लोग इससे संक्रमित हैं। भारत में भी कोरोना वायरस का संक्रमण फैलता जा रहा है। भारत में कल कोरोना वायरस के सौ से ज्यादा नये मामले सामने आने के बाद इसके संक्रमितों की संख्या बढ़कर 1400 के पार गई है जबकि तीन और मरीजों की मौत होने की बाद मृतकों का आंकड़ा 37 बताई जा रही है लेकिन ये मौतें कई दिनों में हुईं हैं जबकि देश की राजधानी दिल्ली में अर्बन नक्सलियों ने अपने जेहादियों से मिलकर एक ही दिन में 53 लोगों को मरवा डाला था और उसके पहले दिसंबर में उत्तर प्रदेश में लगभग दो दर्जन लोगों की हत्या करवा दी थी इसलिए ये कोरोना से ज्यादा घातक बताये जा रहे हैं।
ये अर्बन नक्सली, उनके जेहादी दोस्त और उनके वामपंथी मीडिया वाले अब भी दिल्ली के निजामुद्दीन मकरज के उस मौलाना को बचाने का प्रयास कर रहे हैं जिसने देश भर में कोरोना फैलाया। अपने समाज के कई लोगों को मरवा दिया और सैकड़ों अस्पताल में हैं। ये नक्सली निजामुद्दीन काण्ड को छुपाने के लिए गजब की चाल चल रहे हैं। ये हरामखोर वैष्णो देवी मंदिर को बीच में ला रहे हैं और इन हरामखोरों का कहना है कि वैष्णों देवी मंदिर मे 400 लोग फंसे हुए हैं, मीडिया सिर्फ निजामुद्दीन के पीछे पडी है। ये वही लोग हैं जिन्हे शाहीन बाग़ जाने की परमीशन थी। एनडीटीवी फिर घिर रहा है और देखें इन्हे लोग कैसे लपेट रहे हैं पढ़ें
NDTV एक झूठा नयूज है #वैष्णों_देवी मंदिर में 400 यात्री फंसे होने की लगातार खबर चलाई थी ताकि मरकजे जमात मामले को काउंटर किया जा सके— Surindar Bisht(देश भक्त ) (@surindar1) April 1, 2020
वैष्णो देवी ट्रस्ट ने कहा कि यह खबर सरासर झूठा है 18 मार्च से यात्रा बंद है
यूपी पुलिस राणा अय्यूबअभिसार शर्मा के खिलाफ कार्यवाही की जा रही है pic.twitter.com/gr1NkALy5p
NDTVका1और झूठ पकड़ा गया#वैष्णों_देवी मंदिर में400यात्री फंसे होने की लगातार खबर चलाई थी ताकि निजामुद्दीन मरकजे मामले को काउंटर किया जा सके— Akash RSS (@Satynistha) April 1, 2020
वैष्णो देवी मंदिर ट्रस्ट के CEOने कहाकि यह खबर सरासर झूठा है.कोई भी यात्री नही फंसा हुआ है.लॉकडाउन के पहले ही 18मार्च को यात्रा रोक दी गई थी pic.twitter.com/HGIy7oGru1
वैष्णों देवी में अलग-अलग जगह 400 लोग फँसे थे, मरकज़ की तरह एक इमारत में 1400 नहीं। वैष्णों देवी में 800 विदेशी नहीं आए थे। मरकज़ से लौटे 7 लोग कोरोना से मारे गए, तमाम पॉज़िटिव और सैंकड़ों संदिग्ध हैं जबकि वैष्णों देवी में फँसे लोगों में अब तक कोई कोरोना संदिग्ध नहीं पाया गया है।— कृष्णा आचार्य (@ikrishnaacharya) March 31, 2020
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