नई दिल्ली: निजामुद्दीन में जमात के आयोजक मोहम्मद साद पूरे देश खलनायक बताये जाने लगे हैं। दिल्ली पुलिस ने मौलाना साद के खिलाफमहामारी अधिनियम 1897 के साथ ही भारतीय दंड संहिता की अन्य कई धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है लेकिन जानकारी मिली है कि मौलाना साद 28 मार्च से ही फरार हैं। दिल्ली पुलिस उनकी तलाश में जुटी हुई है।
दिल्ली पुलिस ने मोहम्मद साद को चेतावनी दी थी कि मकरज से भीड़ हटाएँ लेकिन उन्होंने किसी की नहीं मानी और लोगों को वाहन रुकने को कहा। अब देश के कई राज्यों में उनकी वजह से ही कोरोना फ़ैल गया है। उनकी एक गलती पूरे देश पर भारी पड़ रही है। कहा जा रहा है कि साद ने देश के मुस्लिमों को कोरोना देकर खुद भाग गया। देखें लोगों का क्या कहना है।
ये मोहम्मद साद बाकि मुस्लिमों को कोरोना देकर खुद फ़रार हो गया !!! ऐसे जिहादी बोहोत डरपोक होते हैं चाहते हैं कि ऊनकी जिहाद कोई और करें !! कोई और मेरे !!! ऐसे कायरों को समाज में सरेआम नंगा करके घुमाना चाहिए 🙏🙏— Riniti Chatterjee (@Asking1Chatterj) April 1, 2020
लेकिन #तबलीगी_जमात के प्रमुख मौलाना मोहम्मद साद का अब तक पता नहीं चल पाया है. दिल्ली की क्राइम ब्रांच ने कल रात उन पर केस किया था. दुनिया के कई देशों में साद के लाखों समर्थक हैं. वो यूपी का रहने वाला है और जमात का कट्टर चेहरा माना जाता है.— Pankaj Jha (@pankajjha_) April 1, 2020
ये ही है संभावित सैकड़ो ,हजारों या लाखों लोगों की जान खतरे में डालने वाला निज़ामुद्दीन की मरकज़ का मौलाना मोहम्मद साद ..... जिसने देश के कोने कोने में कोरोना के आत्मघाती आतंकवादी प्लांट कर दिए। #Nizamuddin pic.twitter.com/boIngMjOcy— Kuldeep Sharma (@kuldeepsharma98) March 31, 2020
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