हथीन (पलवल), 17 अप्रैल। एसडीएम वकील अहमद ने कहा कि पलवल जिला में प्रशासन ने कोरोना की चेन तोडऩे केे लिए निर्णायक तैयारी कर ली है। जिला प्रशासन द्वारा उन लोगों को एक दिन का अवसर प्रदान किया जो किसी न किसी तरह जमातियों के संपर्क में रहें हो या फिर हाल-फिलहाल में अपने गांव लौटे हो और अपनी जानकारी प्रशासन से छिपाई हो। ऐसे व्यक्तियों को शनिवार यानि 18 अप्रैल को स्वास्थ्य जांच के लिए पंचायत के माध्यम से स्वास्थ्य विभाग के समक्ष उपस्थित होना पड़ेगा। उन्होंने यह बात शुक्रवार को हथीन सबडिविजन के 76 गांवों के सरपंचों को सोशल डिस्टेंस मेंटेन करते हुए तीन अलग-अलग सत्रों में संबोधित करते हुए यह बात कही।
एसडीएम ने कहा कि कोरोना वायरस के संक्रमण के पलवल जिला में सबसे अधिक मामले हथीन सबडिविजन से आए है। ऐसे में सभी सरपंचों की यह जिम्मेवारी बनती है कि इस वायरस की चेन तोडऩे के लिए उन लोगों की सूचना तुरंत प्रशासन को दी जाए जो किसी न किसी तरह जमातियों के सम्पर्क में रहें या फिर ड्राइवर आदि ऐसे व्यावसायों से जुड़े हो जिनके चलते उन्हें अक्सर बाहर रहना पड़ता हो और वे हाल ही में अपने गांव में आकर छिपे हो। उन्होंने कहा कि ऐसे व्यक्तियों को एक दिन का विशेष अवसर दिया जाता है कि वे स्वयं आगे आकर अपनी जांच कराए ताकि उपमंडल में संक्रमण की संभावना शून्य की जा सके। ऐसे लोगों के लिए हथीन में स्वामीका स्थित कॉलेज व मेवात मॉडल स्कूल में विशेष क्वारंटीन सेंटर बनाए गए है। स्वास्थ्य जांच के उपरांत स्वस्थ होने तक सभी को इन सेंटर में रखा जाएगा।
उन्होंने बताया कि शनिवार के बाद जिस भी व्यक्ति के खिलाफ सूचना मिली तो उस पर महामारी अधिनियम, आपदा प्रबंधन अधिनियम व भारतीय दण्ड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत मामला भी दर्ज कराया जाएगा। बीडीपीओ हथीन नरेंद्र ढुल ने भी सरपंचों से रूबरू होते हुए कहा कि कोरोना की महामारी दुनिया भर में फैली हुई है और इसका संक्रमण इंसान से इंसान तक पहुंच रहा है ऐसे में अपनी पारीवारिक, सामाजिक व राजनीतिक जिम्मेवारियों से ऊपर उठकर मानवता की भलाई के लिए सभी सरपंच कार्य करें। अगर ऐसी सूचनाओं को छिपाने में किसी सरपंच की भूमिका भी मिलती है तो भी उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
Post A Comment:
0 comments: