चंडीगढ़ : कोरोना महामारी से जंग लड़ रहे हरियाणा की मदद के लिए अब गेस्ट टीचर आगे आए हैं। गेस्ट टीचरों ने फैसला लिया है कि वो अपने 1 दिन का वेतन कोरोना संकट को दूर करने के लिए देंगे। गेस्ट टीचरों के इस फैसले के बाद हरियाणा सरकार को करीब सवा चार करोड़ की मदद मिलेगी। गेस्ट टीचरों के इस फैसले की सभी ने जमकर तारीफ की है।
हरियाणा अतिथि अध्यापक संघ के प्रदेश अध्यक्ष सतपाल शर्मा व मीडिया प्रभारी डॉ अजय लोहान ने बताया कि कोरोना वायरस के कारण प्रदेश में दिन प्रतिदिन हालात खराब होतेेेे जा रहे हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए हरियाणा के 13 हजार गेस्ट टीचरों ने फैसला लिया है कि वो अपना 1 दिन का वेतन मुख्यमंत्री राहत कोष में देंगे। उन्होंने बताया कि हम अतीत में भी देश में आए किसी भी संकट के लिए अपनी तरफ से मदद करते रहे हैं। ऐसे में हमारा फर्ज है कि अब हम कोरोना पीड़ितों की मदद करें। उन्होंने बताया कि सभी शिक्षकों के एक दिन का वेतन मुख्यमंत्री राहत कोष में जमा करवाया जाएगा। इसके अलावा उन्होंने गेस्ट टीचरों से अपील करते हुए कहा कि वो अगर चाहे तो 1 दिन से लेकर 1 महीने तक का कितना भी वेतन मुख्यमंत्री राहत कोष में जमा करवा सकते हैं। महासचिव हितेश व कोषाध्यक्ष राम कुमार ने भी जनता से अपील की है कि इस दिशा में अधिकारी व नेता भी आगे आएं, ताकि ज्यादा से ज्यादा कोरोना पीड़ितों की सहायता हो सके। उन्होंने कहा कि कोरोना से लड़ने के लिए हम सबको मिलकर आगे बढ़ना है। चाहे वायरस के प्रति लोगों को जागरूक करना हो या पीड़ितों की मदद के लिए आगे आना होना हो। हमें हर दिशा में कोरोना के खिलाफ लड़ना है और इसे देश से भगाना है।
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