हर्षित सैनी- रोहतक, 2 अप्रैल। रोहतक में पथ सोसायटी ने गरीबों को खाना व राशन तक का बीड़ा उठाया हुआ है। देश में लाकडाऊन होने के चलते दिहाड़ीदार मजदूरों के समक्ष अचानक हुए भोजन के संकट में पथ सोसायटी द्वारा संचालित अभिनव टोली मजदूर परिवारों के लिए एक संकटमोचक के तौर उभर कर सामने आई है।
यह संस्था लाकडाऊन के दौरान अब 700 दिहाड़ीदार मजदूर परिवारों को राशन मुहैया करावा चुकी है बल्कि एक कदम बढ़ कर महिलाओं की सबसे जरूरी चीज सैनेटरी पेड भी बांटने का काम किया है। रोहतक में पथ सोसायटी देश की पहली ऐसी संस्था बन गई है, जिसने गरीब महिलाओं व लड़कियों को सैनेटरी पेड नि:शुल्क बांटने का काम किया है।
हैरत की बात यह है कि एक ओर सरकार और जिला प्रशासन लोगों व स्वयंसेवी संगठनों व एनजीओ से प्रवासी मजदूरों व गरीब लोगों के राशन के लिए आगे आने की अपील कर रहा है लेकिन जब कोई व्यक्ति या संस्था मदद के लिए हाथ आगे बढ़ाता है तो अधिकारी उनके आग्रह को स्वीकार करना तो दूर उनके पत्रों व ई-मेल से भेजे संदेशों का जवाब देना भी मुनासिब नहीं समझते।
अधिकारियों के इस रवैये के कारण अनेक समाजसेवी व एनजीओ मन मसोस कर घर बैठने को मजबूर हो रहे हैं। वहीं अगर कोई गरीब व्यक्ति फोन कर जिला प्रशासन से मदद की गुहार लगाता है तो गरीब लोग सिर्फ इंतजार करते रह जाते हैं क्योंकि प्रशासन उन तक मदद करने में नाकाम साबित हो रहा है।
रोहतक की पथ सोसायटी द्वारा संचालित अभिनव टोली के कार्यकर्त्ता शहर की विशाल कालोनी, किशनपुरा, आजाद गढ़, लक्ष्मी नगर, विकास नगर, जसबीर कालोनी के अलावा सैक्टरों में रह रहे प्रवासी मजदूरों को घर-घर जाकर न केवल राशन वितरित कर रहे हैं बल्कि लोगों को कारोना वायरस से बचाव के तरीकों के बारे में भी अवगत करवा रहे हैं।
रोहतक सोसायटी द्वारा संचालित अभिनव टोली ने लाकडाऊन के दौरान नई पहल की है। इस एनजीओ ने तकरीबन 5 दिन के दौरान 2 बार 350 से अधिक परिवारों को राशन बांटा है। सोसायटी के संचालक जगदीप जुगनू ने बताया कि दिहाड़ीदार मजदूर के प्रत्येक परिवार को 5 किलो आटा, 2-2 किलो आलू, एक किलो प्याज, 5 किलो चावल, 2 किलो दाल, एक-एक लीटर कुकिंग आयल व नमक, साबुन बांट चुके हैं ताकि दिहाड़ीदार लोगों को परेशानी का सामना न करना पड़े।
इसके अलावा प्रवासी मजदूर परिवारों की महिलाओं, बच्चियों को सैनेटरी पेड भी दिए गए हैं। हम कोशिश करेंगे कि हमारे आस पास कोई भूखा ना सोए।
अभिनव टोली संस्था की कोषाध्यक्ष सुनीता ने बताया कि जब वे राशन बांटने गई तो महिला मजदूरों ने बताया कि उन्हें सैनेट्री पैड की भी सख्त जरूरत है क्योंकि बाजार में दुकानें बंद पड़ी हैं और वे दुकानों से कैसे खरीद पाएंगी। इसके बाद उन्होंने महिलाओं की इस मजबूरी को समझा और उनको सैनेटरी पेड उपलब्ध करवाने की ठानी।
उन्होंने बताया कि अब रोहतक पीजीआई के वरिष्ठ चिकित्सक डा. प्रवीण मल्होत्रा के सहयोग से रणभूमि फाऊंडेशन के संचालक सुरेन पराशर ने हमें सैनेटरी पेड उपलब्ध हुए हैं, जिसे उन्होंने करीब 400 गरीब प्रवासी महिला मजदूरों व उनकी लड़कियों को बांट भी दिए हैं।
किशन पुरा, रोहतक में रहने वाली प्रवासी महिला मजदूर सविता, रोजी, वीणा व रीना ने बताया कि जब अभिनव टोली संस्था की कोषाध्यक्ष सुनीता के नेतृत्व में कार्यकर्त्ता राशन का सामान देने आए तो उन्होंने सैनेटरी पेड न होने की बात उन्हें बताई थी और उनसे उन्हें सैनेटरी पेड उपलब्ध करवाने का अनुरोध किया था। अब इन्होंने हमारी समस्या को समझते हुए हमें सैनेटरी पेड उपलब्ध करवा दिए हैं, जिसके लिए हम पथ सोसायटी के आभारी हैं।
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