चंडीगढ़, 6 अप्रैल- हरियाणा की मुख्य सचिव केशनी आनंद अरोड़ा ने राज्य के सभी नोडल अधिकारियों को टेलीमेडिसिन के माध्यम से लोगों के लिए मनोचिकित्सीय परामर्श शुरू करने और सरकारी एवं निजी अस्पतालों द्वारा दिशानिर्देशों के अनुसार अपने प्रोटोकॉल की समीक्षा करना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
मुख्य सचिव ने यह निर्देश आज यहां कोविड-19 के लिए नियुक्त नोडल अधिकारियों की संकट समन्वय समिति की बैठक में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से दिए। उन्होंने कहा कि लोगों को इस समय मदद और परामर्श की आवश्यकता है।
उन्होंने अधिकारियों से कोविड-19 के खतरे से निपटने के लिए अपने-अपने जिलों के लिए माइक्रो-लेवल प्लानिंग मॉड्यूल तैयार करने को भी कहा। राज्य भर के अधिकारियों ने उन्हें अपने जिलों की माइक्रो-लेवल प्लानिंग और इसके कार्यान्वयन के बारे में जानकारी दी।
उन्होंने नोडल अधिकारियों को अपने क्षेत्र के सभी अस्पतालों का दौरा करने और ऑक्सीजन सिलेंडर सहित आवश्यक किट और उपकरणों की उपलब्धता का पता लगाने के निर्देश दिए। उन्होंने कोविड-19 अस्पतालों में कार्य कर रहे कर्मियों के लिए धर्मशालाओं जैसे उपयुक्त स्थलों पर रहने की पर्याप्त व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि सरकार के दिशानिर्देशों के अनुसार कोविड-19 अस्पतालों को अपने प्रोटोकॉल की समीक्षा करते रहना चाहिए।
मुख्य सचिव ने स्मार्ट सिटी फरीदाबाद, गुरुग्राम और करनाल में शीघ्रातिशीघ्र कंट्रोल रूम बनाए जाने के भी निर्देश दिए। इसके अतिरिक्त, उन्होंने क्षेत्रों में कार्य कर रहे सभी कर्मचारियों को पर्याप्त प्रशिक्षण दिये जाने पर भी बल दिया।
उन्होंने बताया कि खाद्य पदार्थों की कीमत तय करने के लिए जिला-स्तरीय समिति का गठन किया गया है। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि प्रवासी मजदूरों का एक व्यापक डाटा संकलित किया जाए, जिसमें उनके मूल स्थलों की जानकारी भी शामिल हो ताकि उन्हें उनके मूल शहरों तक भेजने की पर्याप्त व्यवस्था की जा सके।
उन्होंने निर्देश दिए कि आगामी त्योहारों के दौरान किसी भी तरह के सामूहिक आयोजनों को अनुमति नहीं दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि रेजिडेंट कमिश्नर, हरियाणा को दूसरे राज्यों के रेजिडेंट कमिश्नरों के साथ समन्वय स्थापित करना चाहिए ताकि दिल्ली सहित अन्य राज्यों के अस्पतालों के साथ डाटा का सुचारु हस्तांतरण हो सके।
बैठक में, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री राजीव अरोड़ा ने कहा कि राज्य में कोविड-19 के परीक्षण के लिए दो निजी प्रयोगशालाओं का सहयोग लिया जा रहा है और आईसीएमआर के अनुमोदन के बाद शीघ्र ही दो और प्रयोगशालाओं का सहयोग लिया जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि ईएसआई फरीदाबाद की प्रयोगशाला जल्द ही परीक्षण शुरू करेगी।
बैठक में पुलिस महानिदेशक, मनोज यादव द्वारा यह कहे जाने पर कि झूठी खबरें और अफवाहें समस्या उत्पन्न कर रही हैं और इन पर कड़ी नजऱ रखने की आवश्यकता है, मुख्य सचिव ने अधिकारियों को कोविड-19 से संबंधित फर्जी समाचारों और दुर्भावनापूर्ण अफवाहों से बचाव करने और लोगों को प्रामाणिक जानकारी देने के लिए जिंगल्स और वीडियो तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि विभिन्न नाका बिंदुओं पर ड्यूटी पर तैनात पुलिस कर्मियों को भी सामाजिक दूरी बनाए रखना चाहिए।
बैठक में वित्त एवं योजना विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव, श्री टी.वी.एस.एन. प्रसाद, चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान विभाग के प्रधान सचिव श्री आलोक निगम, कार्मिक विभाग के सचिव श्री नितिन कुमार यादव, शिक्षा विभाग के महानिदेशक श्री अजीत बालाजी जोशी, सूचना, जनसंपर्क और भाषाएं विभाग की अतिरिक्त निदेशक (प्रशासन) श्रीमती वर्षा खंगवाल और सभी विभागों के अतिरिक्त मुख्य सचिव और प्रधान सचिव भी उपस्थित थे।
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