सन्तोष सैनी- झज्जर, 16 अप्रैल। झज्जर जिले के गांव कबलाना में एक किसान की 3 एकड़ की फसल आग की भेंट चढ़ गई। आग लगने के कारणों का पता नहीं चल पाया है। बताया जाता है कि पीड़ित किसान अनिल की फसल पक कर तैयार हो चुकी थी। किसान कटाई के लिए मजदूरों का प्रबन्ध करने में जुटा हुआ था लेकिन कोरोना संकट के चलते उसे मजदूर नहीं मिल पा रहे थे।
पीड़ित किसान ने बताया कि उसे खेतों के पास से गुजर रहे लोगों ने ही आग लगने की घटना की सूचना दी थी। इसी सूचना पर उसने फायर ब्रिगेड़ से सम्पर्क किया। सूचना के बाद फायर ब्रिगेड़ की गाड़ी मौके पर पहुंची और खेतों में लगी आग की इस घटना पर काबू पाया। पीडि़त किसान के अनुसार इससे पहले की दमकल विभाग की गाड़ी आग पर काबू पाती, तब तक तीन एकड़ में खड़ी गेहूं की फसल जलकर राख हो चुकी थी।
पीड़ित अनिल का कहना था कि कोरोना को वजह से पकी हुई फसल के लिए कटाई हेतु मजदूर नहीं मिल रहे थे। उन्होंने बताया कि इस आगजनी से उन्हें करीब डेढ़ लाख का नुकसान हुआ है। फसल के आग की भेंट चढ़ने से किसान को गहरा सदमा लगा है। पीड़ित किसान ने सरकार से उसकी जली फसल का मुआवजा दिए जाने की मांग की है। किसान का कहना है कि फसल खड़ी थी, कई तरह के अरमान थे लेकिन अब फसल के साथ-साथ उसके अरमान भी जल्द गए हैं।
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