नई दिल्ली/ फरीदाबाद: कोरोना लाकडाउन के दौरान देश के सैकड़ों ऐसे क्षेत्र हॉटस्पॉट घोषित किये गए हैं जहाँ कोई नहीं आ जा सका लेकिन यहाँ भी आवश्यक चीजों की सप्लाई हो रही है। हर किसी को दूध व् अन्य जरूरी सामान पहुंचा रहे लोग भी किसी नायक से कम नहीं हैं क्यू कि ऐसे समय में वो अपनी जान की परवाह नहीं कर रहे है। ये कहना है फरीदाबाद के वरिष्ठ उप महापौर एवं भाजपा महासचिव देवेंद्र चौधरी का जिन्होंने कहा कि हमारी पूरी टीम ऐसे नायकों का दिल से सलाम करती थी। उन्होंने कहा कि एक अख़बार की एक खबर ने मुझे झकझोर कर रख दिया जिसमे मैंने पढ़ा कि महाराष्ट्र का एक बस कंडक्टर 21 किलोमीटर दौड़कर अपने गंतव्य तक पहुंचा और फिर बस चलाकर डाक्टरों और नर्सों को अस्पताल ले गया और फिर 21 किलोमीटर पैदल चलकर अपने घर पहुंचा । देवेंद्र चौधरी ने कहा कि ऐसे इंसान को मैं दिल से सेल्यूट कर रहा हूँ। ये असली योद्धा हैं और ऐसे लोगों के कारण भी भारत में कोरोना अपना पैर उतना नहीं पसार पा रहा है जितना कैसे अन्य देशों में तांडव मचा रहा है।
आपको बता दें कि महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम में काम करने वाले देवीदास जयसिंह राठौर की सोशल मीडिया पर जमकर तारीफ़ हो रही है। हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, 55 वर्षीय देवीदास बस कंडक्टर हैं , वो पालघर स्थिति अपने घर से सेंट्रल मुंबई के दादर स्टेशन तक रोज़ाना आते-जाते हैं। कोरोना संक्रमण के वक़्त उनकी ड्यूटी बतौर इंचार्ज लगाई गई है और वो उस बस का संचालन देखते हैं जिसकी ज़िम्मेदारी 25 डॉक्टरों और नर्सों को केईएम अस्पताल लाने की है।
अख़बार के मुताबिक़ आमतौर पर वो ज़रूरी चीज़ें ले जाने वाले ट्रकों में लिफ्ट लेकर काम पर जाते हैं और वापस घर लौटते हैं , लेकिन रविवार को उन्हें जब ट्रक नहीं दिखे तो दौड़ना शुरू कर दिया। राठौर के ने मीडिया को बताया कि मैं उन्हें निराश नहीं कर सकता था। डॉक्टर और नर्स कोरोना मरीज़ों का इलाज कर रहे हैं और मेरे रोज़ाना के यात्री हैं।
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