नई दिल्ली: निजामुद्दीन में आयोजित तब्लीगी जमात कोरोना का केंद्र बन चुकी है। कहा जाता है कि तबलीग का मतलब है अल्लाह और कुरान, हदीस की बात दूसरों तक पहुंचाना और इस जमात का मकसद था कि भारत के अनपढ़ मुसलमानों में बढ़ती जहालत को खत्म करके उनको इस्लाम के बताए गए रास्ते और नमाज की तरफ लाना था ताकि यह भटके हुए लोग नमाज पढ़ें, रोजे रखें और बुराइयों से बचें, सच्चाई अख्तियार करें। लगभग 75 साल पहले मेवात के मौलाना इलियास ने मरकज की स्थापना की थी लेकिन अब निजामुद्दीन के मरकज के निकले जमातियों की हरकतें देख लोग सवाल उठा रहे हैं कि अब जमातों में शायद कुछ और ही सिखाया जाता है।
एक जानकारी के मुताबिक़ दिल्ली में निजामुद्दीन के तबलीगी जमात कार्यक्रम में भाग लेने वाले 2 लोगों के खिलाफ नरेला थाने में एफआईआर दर्ज की गई है। फिलहाल उन्हें नरेला के एक क्वारंटाइन सेंटर में रखा गया है। सफाई कर्मचारी की शिकायत पर दर्ज की गई एफआईआर में मरकज से लौटे दो जमातियों मोहम्मद फहद और अदनान जहीर पर क्वारंटाइन सेंटर में हंगामा करने और अपने कमरे के सामने शौच करने का आरोप लगाया गया है। इन्हें 31 मार्च को यहां शिफ्ट किया गया था।
एफआईआर में यह भी लिखा गया है कि उस कमरे में रहने वाले दोनों लोग स्वास्थ्य विभाग और सरकार के निर्देशों का पालन नहीं कर रहे हैं और लोगों की जान जोखिम में डाल रहे हैं। क्वारंटाइन सेंटर के इंचार्ज का कहना है कि ये लोग कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए किए जा रहे उपायों को नजरअंदाज कर रहे हैं। इससे पहले भी दिल्ली में क्वारंटाइन में रखे गए जमात के लोगों द्वारा डॉक्टरों पर थूकने की बात सामने आई थी।
FIR registered against 2 people, who had attended Tablighi Jamaat event in Delhi & are currently at the quarantine center in Narela. The FIR reads 'today during the routine sanitation staff cleaning has reported that some passengers passed latrine in front of a room on 31 March.' pic.twitter.com/HnpIuchNfN— ANI (@ANI) April 7, 2020
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