नई दिल्ली: हम कुरान नहीं पढ़ते, अख़बार पढ़ते हैं और डर जाते हैं और भागने लगते हैं। अल्लाह कोई मुसीबत इसलिए लाता है ताकि वो देख सके कि इसमें मेरा बंदा क्या करता है। कोई कहे कि मस्जिदें बंद कर देनी चाहिए, ताले लगा देना चाहिए क्यू कि इससे बीमारी बढ़ेगी तो ये दिल से निकाल दे। ये हम नहीं कर रहे हैं निजामुद्दीन के मकरज में आयोजित तबलीगी जमात के मुखिया मोहम्मद साद की ऐसी सोंच हैं जिनका अब एक आडियो वाइरल हो गया है। साद के इस आडियो से हड़कंप मच गया है।
उन्होंने कहा कि मस्जिद में जाने से आदमी मर जाए तो मरने के लिए इससे अच्छी जगह कोई नहीं है। मौलाना साद ऑडियो में कहते सुनाई देते हैं कि ये ख्याल बेकार है कि मस्जिद में जमा होने से बीमारी पैदा होगी, मैं कहता हूं कि अगर तुम्हें यह दिखे भी कि मस्जिद में आने से आदमी मर जाएगा तो इससे बेहतर मरने की जगह कोई और नहीं हो सकती। उन्होंने कहा कि डाक्टर बोले तब भी मस्जिदों में जाना मत छोड़ना।
आपको बता दें कि इस जमात में लगभग ढाई हजार लोग इकठ्ठा हुए थे और तमाम कोरोना पॉजिटिव हैं और सैकड़ों अस्पताल में हैं। कई लोगों की मौत भी हो चुकी है। मौलाना साद ने शायद बहुत बड़ी गलती की है। देश भर के लोग जमात में पहुंचे थे और कई राज्यों में अब बीमारी फ़ैल गई है। ये अपने ही लोगों की जान के दुश्मन बन बैठे। यहाँ उनका आडियो सुन सकते हैं।
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