नई दिल्ली/ लखनऊ- शहर हो या देहात, चीनी वायरस भारत में अब हर जगह फैलने लगा है। इसका प्रमुख कारण निजामुद्दीन के मकरज की जमात है। दिल्ली, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश और हरियाणा जैसे राज्यों में कोरोना के अधिकतर मरीज जमात से हैं। हरियाणा के मेवात में अब भी तमाम जमाती छिपे हुए हैं। बार-बार सरकार अपील कर रही है कि ये बाहर आये और अपना टेस्ट करवा इलाज करवाएं लेकिन ये अब भी नहीं निकल रहे हैं। कल प्रदेश के मुख्य्मंत्री मनोहर लाल ने स्थानीय मौलवी और अन्य लोगों से अपील की थी कि इन्हे बाहर निकलने को कहें। सरकार सभी का इलाज करवाएगी। अब उत्तर प्रदेश से एक बड़ी खबर आ रही है जहां 200 जमाती अचानक गायब हो गए हैं। इनके फोन भी स्विच आफ होने से हड़कंप मच गया है। इन जमातियों के संपर्क में आये 300 लोगों ने भी फोन स्विच आफ कर लिया है और स्थानीय पुलिस को मुसीबत में डाल दिया है।
पुलिस इन्हे खोजने का हर प्रयास कर रही है। रात-दिन इन्हे खोजा जा रहा है लेकिन ये न जाने कहाँ छुप गए हैं। इनके छिपने से संक्रमण का खतरा और बढ़ गया है। ये अपनी ही नहीं अपने परिजनो की जान के दुश्मन बन गए हैं। ये जमाती तीन दिनों से गायब हैं। लखनऊ क्राइम ब्रांच के साथ ही एसटीएफ की सर्विलांस टीम भी जमातियों पर नजर रख रही थी । कॉल डिटेल के आधार पर पुलिस ने जमाती व परिवारीजनों से पूछताछ शुरू की। कई जमातियों ने लोकेशन को लेकर झूठ भी बोला। पुलिस ने उनकी लोकेशन बताकर सच बोलने को कहा तो भी कई जमातियों ने सही जवाब नहीं दिये। पुलिस ने क्वारंटीन किये जमातियों के परिवारीजनों से भी कई सवाल किये कि ये कब दिल्ली गए थे। लौटने के बाद कितने लोगों के सम्पर्क में रहे। पुलिस की पूछताछ बढ़ने लगी तो क्वारंटीन किये जाने के डर से तीन दिन में 200 से ज्यादा नम्बर अब बंद हो गए।
सर्विलांस से ही पुलिस को पता चला कि कई जमाती व इनके सम्पर्क में आने वालों ने मोबाइल बदल लिया और उसमें किसी दूसरे का सिम लेकर डाल लिया। यह भी सामने आ रहा है कि कुछ लोगों ने पुराने लखनऊ में परिचितों की दुकान से नए मोबाइल ले लिये है। पुलिस इसकी भी पड़ताल कर रही है।
उत्तर प्रदेश सरकार भी हैरान है। बार-बार अपील के बाद भी ये ऐसा कर रहे हैं। ऐसे लोगों को मानवता का दुश्मन बताया जा रहा है। खुद मुख्य्मंत्री योगी इन्हे मानवता का दुश्मन बता चुके हैं।
Post A Comment:
0 comments: