चंडीगढ़, 8 अप्रैल- हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कोरोना वायरस के राष्ट्रीय संकट की घड़ी में प्रदेश की सभी राजनीतिक पार्टियों के नेताओं द्वारा आज सरकार का एकजुटता के साथ हर कदम पर साथ देने के दिए गए आश्वासन के लिए उनका आभार व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री ने यह जानकारी आज विपक्ष के नेता भूपेन्द्र सिंह हुड्डा, सभी राजनैतिक पार्टियों के प्रदेश अध्यक्षों, विधायकों व मंत्रिमण्डल के कुछ सदस्यों के साथ वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से की गई चर्चा के बाद दी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें इस बात का सन्तोष है कि सभी विभागों के अधिकारियों व कर्मचारियों द्वारा कोरोना वायरस से लडऩे के लिए की जा रही मेहनत व सरकार द्वारा उठाए जा रहे कदमों की विपक्षी पाटिर्यों ने सराहना की।
उन्होंने कहा कि लॉकडाउन की अवधि में सरकारों के राजस्व जुटाने में कमी आई है। हरियाणा सरकार के राजस्व में मार्च 2020 में लगभग 2300 करोड़ रुपये की कमी रही है तथा अप्रैल माह में लगभग 4000 करोड़ रुपये कम होने का अनुमान है। उन्होंने कहा कि सरकार को आवश्यक खर्च के लिए कठिनाई न हो इसके लिए ऋण लेना भी पड़ता है और आज की बैठक में सभी विपक्षी पार्टियों के नेताओं ने भी सहमति दी है कि इस घड़ी में सरकार ऋण ले तो उन्हें कोई आपत्ति नहीं, क्योंकि इस महामारी से निपटना हम सबकी प्राथमिकता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार के सभी मंत्रियों ने अपने ऐच्छिक कोष से 51 करोड़ रुपये कम खर्च करने की सहमति जताई है और यह राशि हरियाणा कोरोना रिलीफ फण्ड में देने को कहा है। उन्होंने कहा कि इसी प्रकार विधायकों ने सांसदों की तर्ज पर एक वर्ष के लिए 30 प्रतिशत मासिक वेतन में से कटौती करने तथा पूर्व विधायकों ने अपनी पेंशन में से एक महीने की पेंशन का अंशदान देने की स्वीकृति दी है।
सभी राजनैतिक पार्टियों के नेताओं ने आश्वासन दिया कि सामाजिक सौहार्द बनाए रखने के लिए बूथ लेवल तक उनके कार्यकर्ता एकजुटता के साथ कार्य करेंगे।
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