नई दिल्ली: मध्य प्रदेश के मुख्य्मंत्री कमलनाथ एक प्रेस वार्ता को सम्बोधित करने जा रहे हैं। मौके पर तमाम मंत्री विधायक और दिग्विजय सिंह मौजूद हैं। कमलनाथ कोई खुलासा कर सकते हैं इसके पहले कल रात्रि तक सभी बागी विधायकों का त्यागपत्र स्वीकार कर लिया है। स्पीकर एन.पी. प्रजापति ने कहा कि दुखी मन से मैंने विधायकों का स्तीफा स्वीकार किया। उन्होंने कहा कि विधानसभा का इतिहास है कि इतनी ज्यादा संख्या में विधायकों के इस्तीफे स्वीकार करना एक अध्यक्ष को कितना भारी लगता है, कितना दुखी मन होता है। लेकिन क्या करें सदस्य खुद इस्तीफा दे रहे हैं।
भोपाल में सीएम कमलनाथ के आवास पर प्रेस वार्ता आयोजित की गई है लेकिन जानकारी मिल रही है कि एक बजे वो राज्यपाल लालजी टंडन से मिल सकते हैं। कयास लगाए जा रहे हैं कि कमलनाथ प्रेस वार्ता में स्टीफ़े का एलान कर सकते हैं और राज्यपाल से मिल उन्हें स्तीफा दे सकते हैं। कांग्रेस भाजपा पर आरोप लगा रही है कि विधायकों को खरीदा गया है। अब सीएम कमलनाथ पेस वार्ता में पहुँच चुके हैं। अब वो मीडिया को सम्बोधित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि 17 दिसंबर को मैंने सीएम पद की शपथ ली और 25 दिसंबर को मंत्रिमंडल का गठन हुआ और लगभग 15 महीने हो गए हैं। मैंने राज्य के लिए सब कुछ किया। ये आंकड़े और समय इसका गवाह है। मुझे पांच वर्ष का मौका दिया गया था। एमपी की तुलना छोटे राज्य से की जाती थी। भाजपा 15 साल तक राज करती रही और मुझे 15 महीने भी नहीं मिले। भाजपा ने मेरे साथ साजिश रची। पहले दिन से ही साजिश शुरू हुई और विधायकों को बंधक बनाया गया है। करोड़ों रूपये खर्च किये गए। भाजपा को यहाँ की जनता कभी माफ़ नहीं करेगी।
उन्होंने कहा कि भाजपा ने किसानों के साथ धोखा किया। मैंने प्रदेश को माफिया मुक्त करने का प्रयास किया जो भाजपा नहीं चाहती थी। माफिया भाजपा के कार्यकाल में सक्रिय थे। हमने कई योजनाए लायी, बेरोजगारों के लिए योजनाएं लाई। एक हजार गौशाला बनाने का निर्णय लिखा। प्रदेश की जनता को कई सुविधाएँ दी। महाकाल मंदिर के लिए करोड़ों की योजना बनाई जो भाजपा को रास नहीं आई।
उन्होंने कहा कि 15 माह में हमने बहुत काम किया। प्रदेश की तस्वीर बदलने का काम किया। कोई भ्रष्टाचार का आरोप नहीं लगा। उन्होंने कहा कि न हम रुकेंगे न झुकेंगे। उन्होंने कहा कि मैं अपने अपने राजनीतिक जीवन में कुछ मूल्यों का पालन किया और करता रहूंगा। मेरा संकल्प है कि मैं प्रदेश के लोगों के लिए काम करता रहूंगा। मेरे पास कोई पद रहे या न रहे। ये 9 मार्च को विधायकों को ले गए। समय बताएगा। मैं आज राजयपाल को स्तीफा देने जा रहा हूँ। आज के बाद कल आता है और कल के बाद भी कल? वो काफी दुखी दिखे। अब वो राजयपाल के पास स्तीफा देने जा रहे हैं।
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