नई दिल्ली: देश के कई बड़े शहरों के मजदूर पलायन कर रहे हैं लेकिन राजधानी दिल्ली में महापलायन जारी है। दिल्ली से लगे जितने भी बार्डर हैं वहाँ पलायन करने वालों का मेला लगा हुआ है। दिल्ली के सीएम अरविन्द केजरीवाल कुछ नहीं कर पा रहे हैं और अब तो ये भी लग रहा है कि दिल वालों की दिल्ली में दिलदार भी नहीं हैं जो गरीब मजदूरों की मदद करें। दिल्ली के दिल वाले शायद नाम के रह गए हैं तभी लाखों मजदूर पलायन कर रहे हैं। कोई 800 किलोमीटर पैदल चलने के लिए मजबूर है तो कोई एक हजार किलोमीटर यानि बिहार तक के लोग भी दिल्ली से पलायन कर रहे हैं। दिल्ली से सटे फरीदाबाद में कल से ही सड़कों पर पैदल चलने वालों का तांता लगा हुआ है।
फरीदाबाद के लोग ऐसे लोगों को भोजन एवं अन्य चीजें नेशनल हाइवे पर दे रहे हैं। दिल्ली सरकार इन लोगों को समझा नहीं सकी। अब दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रोजी-रोटी छिनने की वजह से पैदल ही पलायन को मजबूर प्रवासी मजदूरों से अपील की है कि वे कही नहीं जाएं। केजरीवाल ने उनसे गुजारिश की है कि वे अपने घरों को न लौटें, दिल्ली में वे जहां भी हैं वहीं पर उनके खाने-पीने के इंतजाम किए जा रहे हैं। ये काम केजरीवाल को एक दिन पहले करना था लेकिन उन्होंने नहीं किया। अब जब उनके पास उत्तर प्रदेश और बिहार के सीएम के फोन आये तब वो ये अपील कर रहे हैं। अब देर हो चुकी है। दिल्ली से पलायन करने वाले लाखों गरीब मजदूर सड़कों पर हैं।
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