नई दिल्ली: दिसंबर-जनवरी की सर्दी में देश के काफी लोग ठंढे पानी से दूर भागते हैं। इस समय देश के कई राज्यों का न्यूनतम तापमान 1 से पांच डिग्री के आस पास रहता है और कहीं तो माइनस डिग्री तक भी पहुँच जाता है। इस दौरान भीषण सर्दी पड़ती है और लोग घरों में दुबके रहते हैं। बड़े लोग ऐसी में रहते हैं लेकिन देश का किसान इन दिनों में भी अपने खेतों में रहता है। अपनी फसलों की सिंचाई करता है। खाद बीज देता है और अपनी फसलों की देखरेख अपने बच्चों की तरह करता है और सपने होने हैं कि मार्च-अप्रैल में फसल पक जाएगी और कई तरह के सपने पूरे होंगे लेकिन जब मार्च सावन भादों जैसे बन जाए तो किसानों का दर्द शायद किसान ही समझ सकता है।
सावन भादों में भी इतनी तेज बारिश नहीं होती जितनी मार्च में हो रही है और एक दिन ही नहीं कई-कई दिन हो रही है ऊपर से ओलों ने किसानों की कमर तोड़ दी है। अब राजस्थान से एक तस्वीर आई है जहाँ एक महिला अपनी फसल को चौपट देख विलख-विलख कर रोने लगी। जानकारी के मुताबिक राजस्थान के लगभग 15 जिलों में बारिश और ओले किसानों के लिए आफत बन रहे हैं।
Post A Comment:
0 comments: