नई दिल्ली: पीएम नरेंद्र मोदी के एक ट्विटर से सोशल मीडिया कंपनियों- फेसबुक, ट्विटर, यूट्यूब और इंस्टाग्राम के मालिकों के होश उड़े हैं। इन कंपनियों को डर है कि भारत अपनी कंपनी लांच कर सकता है। ये कम्पनियाँ भारत से खरबों कमाती हैं। पीएम मोदी ने ये ट्वीट यूं ही नहीं किया। केंद्र सरकार इन कम्पनियों से कई बार फेक न्यूज़ और फेक वीडियो पर ऐक्शन लेने को कहा लेकिन ये कम्पनियाँ अब तक नाकाम रहीं हैं और हाल में दिल्ली दंगे के समय भी पाकिस्तान की फर्जी आईडी से तमाम फेक वीडियो पोस्ट किये गए।
आपको बता दें कि पीएम मोदी के फेसबुक पर 4.4 करोड़ से अधिक, इंस्टाग्राम पर 3.5 करोड़, ट्विटर पर 5.3 करोड़ से अधिक फॉलोअर्स हैं तो यूट्यूब पर उनके 45 लाख सब्सक्राइबर हैं। जिस शख्स के सोशल मीडिया फॉलोअर्स की संख्या दुनिया के कई देशों की जनसंख्या से भी ज्यादा हो तो उस हैंडल के बंद हो जाने पर सोशल मीडिया कंपनियों की सिर पर चिंता के बल तो पड़ ही जाएंगे क्यू कि उनकी पोस्टों को लाखों लोग रि-ट्वीट और शेयर करते हैं।
कल शाम एक ट्वीट कर उन्होंने कहा कि वो रविवार से सोशल मीडिया छोड़ने का प्लान बना हैं जिसके बाद उनके लाखों समर्थकों ने भी कहा हम आपके साथ हैं जिसके बाद से ही हलचल है। काफी समय से देखा जा रहा है कि सोशल मीडिया पर फेक आईडी बनाकर भारत सरकार के बारे में काफी गलत कहा जाता है। इन खातों से व्यक्तिगत हमले किये जाते हैं। काफी समय पहले पीएम ने कहा था कि सोशल मीडिया पर अशोभनीय बातें बोलने से विरोधियों को बोलने का मौका मिल जाता है और वे राइट विंग या उनके जुड़े लोगों को इसको लेकर निशाना साधते हैं, वे जिन्हें पसंद नहीं करते हैं उनके खिलाफ उस तरह से हमला करते हैं।
उन्होंने कहा था कि लोग सीमा को लांघ जाते हैं। वे कुछ झूठी चीज सुन या देख लेते हैं और उसे आगे फॉरवर्ड कर देते हैं। वह इस बात का अनुमान नहीं लगाते हैं कि उससे कितना देश और समाज का नुकसान होगा। कुछ लोग ऐसी भाषा का इस्तेमाल करते हैं जो किसी सभ्य समाज को शोभा नहीं देती है।
वर्तमान में सब कुछ वही चल रहा है। फेसबुक ट्विटर पर करोड़ों फर्जी खाते हैं। इन खातों से रोह हजारों फेक वीडियो पोस्ट किये जाते हैं। देश में आग लगाने का प्रयास किया जाता है। ट्विटर फेसबुक इन पर लगाम नहीं लगा सका। हो सकता है पीएम की चेतावनी रंग लाये। ये अपनी कमियां सुधारें। अभी तक किसी कंपनी की प्रतिक्रिया नहीं आई है। जल्द आ सकती है।
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