नई दिल्ली: मध्य प्रदेश में आज कमलनाथ सरकार की परीक्षा है। कई विधायकों के बागी हो जाने के बाद आज विधानसभा में कमलनाथ सरकार को बहुमत साबित करना है। विधानसभा सत्र सुबह 11 बजे शुरू होगा और राज्यपाल के अभिभाषण के तत्काल बाद एकमात्र कार्य विश्वास प्रस्ताव पर मतदान होगा। पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान का दावा है कि आज कमलनाथ सरकार गिर जाएगी और सदन में वो बहुमत हासिल नहीं कर सकेंगे। इसके पहले कल राज्यपाल ने कहा कि मुझे सूचना मिली है कि मध्यप्रदेश विधानसभा के 22 विधायकों ने त्यागपत्र विधानसभा अध्यक्ष को भेजे हैं। मुझे भी इन विधायकों ने अलग-अलग त्यागपत्र 10 मार्च को भेजे हैं।
राज्यपाल ने अपने निर्देश में कहा कि मुझे प्रथम दृष्टया प्रतीत होता है कि आपकी सरकार ने सदन का विश्वास खो दिया है और आपकी सरकार अल्पमत में है। यह स्थिति अत्यंत गंभीर है। इसलिए संवैधानिक रूप से अनिवार्य एवं प्रजातांत्रिक मूल्यों की रक्षा के लिए आवश्यक हो गया है कि 16 मार्च को मेरे अभिभाषण के तत्काल बाद आप विधानसभा में विश्वासमत हासिल करें।
आपको बता दें कि ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गये थे। उनके साथ ही 6 मंत्रियों सहित 22 कांग्रेस विधायकों ने भी इस्तीफा दे दिया था। इन 22 विधायकों में से 19 बेंगलुरू के एक रिसॉर्ट में है, जबकि 3 विधायकों का अब तक कोई पता-ठिकाना नहीं है। इससे प्रदेश में कमलनाथ के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार गिरने के कगार पर पहुंच गई है।
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