चंडीगढ़, 16 मार्च- हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि नवचयनित हरियाणा सिविल सेवा-2020 के अधिकारी जनहित को सामने रखकर काम करें। उन्होंने इन अधिकारियों को तीन आई अर्थात् इंटीग्रिटी, इन्वोल्वमेंट तथा इन्नोवेशन का मंत्र देते हुए कहा कि उनकी भर्ती ‘बिना पर्ची, बिना खर्ची’ से हुई है इसलिए उनसे शुद्धता की अपेक्षा की जाती है।
वे आज गुरूग्राम के हरियाणा लोक प्रशासन संस्थान (हिपा) में हरियाणा सिविल सेवा 2020 के चयनित अधिकारियों के ज्वाइंट फाउंडेशन कोर्स के समापन अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। हिपा में एचसीएस के चयनित अधिकारियों का यह पहला ज्वाइंट फाउंडेशन कोर्स आयोजित किया गया था जिसमें 136 अधिकारी शामिल हैं। इनमें 45 एचसीएस एग्जीक्यूटिव, 7डीएसपी, 12 ईटीओ, 34 एईटीओ , 19 तहसीलदार, 4 एआरसीएस, 8 बीडीपीओ, 2 ट्रैफिक मैनेजर, 5 डीएफएसओ शामिल हैं। इनका यह कोर्स 27 जनवरी को शुरू हुआ था जिसका आज समापन हुआ।
इस मौके पर मुख्य अतिथि के तौर पर पहुंचे मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने प्रशिक्षणार्थी अधिकारियों से कहा कि पहले भर्तियों में भ्रष्टाचार हुआ करता था लेकिन अब मैरिट के आधार पर ‘बिना पर्ची-बिना खर्ची’ आपकी भर्ती हुई है । उन्होंने कहा कि आप इंटीग्रिटी अर्थात् सच्चे मन से जनता के लिए ईमानदारी से काम करें और इन्वोल्वमेंट अर्थात् टीम को शामिल करते हुए कार्य करें। टीम का अर्थ समझाते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि अपने कार्यालय के कार्यों की लिस्ट बनाकर टीम में बांट दें और जहां कमजोरी दिखाई देती हो वहां पर स्वयं लीड लें। इससे कार्यालय के कर्मचारियों में उनके प्रति विश्वास बढ़ेगा कि हमारा ऑफिसर हमारा ध्यान रखता है। तीसरा मंत्र इन्नोवेशन का देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि नए नए विषय जैसे आईटी का प्रयोग आदि इन दिनों आ रहे हैं, उनका प्रयोग करते हुए जनता की बेहतर ढंग से सेवा करें।
उन्होंने कहा कि अधिकारी के तौर पर सेवा करते हुए उनके सामने कई प्रकार की परिस्थितियंा आएंगी परंतु उन परिस्थितियों में अपने आप पर कंट्रोल रखते हुए नियम और नीतियों के तहत काम करें। आप शुद्धता व स्वच्छ प्रशासन में आगेे बढ़े। जन आंकाक्षाओं को पूरा करने के लिए नियम और नीतियों का पालन करते हुए रास्ता निकालने की कोशिश करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर कहीं नियम या कानून में सुधार अथवा संशोधन करके राहत पहुंचाई जा सकती है तो निडर होकर इसके बारे में अपने उच्च अधिकारियों को सुझाव भी दें। उन्होंने यह भी कहा कि आप सिस्टम में मजबूती के साथ जाएंगे तो कठिनाई नही आएगी, आप में दृढ़ संकल्प व इच्छा शक्ति होनी चाहिए।
मुख्यमंत्री ने स्वंय का उदाहरण देते हुए नवनियुक्त अधिकारियों को बताया कि नया करने वालों को लोग लंबे समय तक याद रखते हैं। उन्होंने बताया कि मेरे जीवन में भी आंकाक्षा थी , मन में संकल्प था कि जीवन में लोगों के लिए कुछ करना है और इसी आकांक्षा के कारण आज यहां तक पहुंचे हैं। उन्होंने कहा कि हर किसी को अपने टैलेंट से आगे बढऩे की आकांक्षा को तलाशते रहना चाहिए। उन्होंने सरदार वल्लभ भाई पटेल के कथन की याद दिलाते हुए कहा कि सरदार पटेल ने एक बार कहा था कि भारतीय प्रशासनिक सेवा तथा राज्य सिविल सेवा सिस्टम का स्टील फ्रेम होता है, इसलिए जनहित को सामने रखकर चलोगेे तो आगे बढ़ोगे।
उन्होंने बताया कि वर्तमान राज्य सरकार का एजेंडा -पारदर्शिता , बिना भेदभाव काम करने तथा भ्रष्टाचारमुक्त शासन देने का है। इसका अर्थ समझाते हुए उन्होंने कहा कि पारदर्शिता का मतलब है हर काम जो करेंगे वो जनता को बताएंगे, बिना किसी भेदभाव के साथ काम करेंगे अर्थात् पूरे हरियाणा को एक इकाई मानकर काम करेंगे और भ्रष्टाचार को सहन नही करेंगे। उन्होंने कहा कि जो डिजर्व नही करता उसको लाभ पहुंचाना भी भ्रष्टाचार है। उन्होंने कहा कि अब तक जो आपकी परीक्षा हुई उससे बड़ी और असली परीक्षा अभी होनी है जिसमें आप कितना खरा उतरते हैं यह समय बताएगा। इस परीक्षा का मूल्यांकन आप स्वयं करेंगे और इसका कार्यकाल आपकी 58 वर्ष तक की आयु रहेगा। आपका टारगेट ऐसा होना चाहिए कि आप यह सोचे कि प्रशासनिक तौर पर काम करते हुए अपनी शैली से ऐसा रास्ता बनाएं जिस पर सभी लोग चल सकें। उन्होंने कहा कि अपने लिए तो हर कोई काम करता है लेकिन याद उसी को रखा जाता है जो लोगों के लिए काम करे।
इससे पहले हिपा की महानिदेशक सुरीना राजन ने मुख्यमंत्री का स्वागत करते हुए कहा कि हिपा द्वारा सभी नवचयनित अधिकारियों को प्रशिक्षण देने तथा हर तीन वर्ष में पुन: प्रशिक्षण देने और ट्रैनिंग व कैपेसिटी बिल्डिंग करने का कार्यक्रम बनाया गया है। उन्होंने यह भी बताया कि सहकारी समितियों तथा पंचायती राज संस्थाओं का भी प्रशिक्षण और विचार विमर्श करने की योजना तैयार की गई है। साथ ही उन्होंने बताया कि मुख्य सचिव के निर्देश पर नॉलेज नेटवर्क भी शुरू करेंगे। उन्होंने यह भी बताया कि इन चयनित अधिकारियों में 15 अधिकारी संघ लोक सेवा आयोग में अपीयर हो रहे हैं और इनमें से एक लोकेश भारद्वाज का भारतीय वन सेवा में चयन हो गया है।
हिपा के अतिरिक्त निदेशक तथा कोर्स डायरेक्टर एम डी सिन्हा ने कोर्स की विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की और बताया कि संयुक्त प्रशिक्षण से अधिकारियों में अच्छा तालमेल रहता है। उन्होंने बताया कि कोर्स में 6 सप्ताह में 78 क्लास रूम सैशन आयोजित किए गए और एक सप्ताह भारत दर्शन के तहत दूसरे राज्यो की बैस्ट प्रैक्टेसिज जानने के लिए अलग-अलग ग्रुपों में उन्हें आसाम , तेलंगाना, तमिलनाडु तथा पश्चिम बंगाल में भेजा गया।
मुख्य सचिव श्रीमति केशनी आनंद अरोड़ा ने चंडीगढ़ से वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से तथा अन्य जिला अधिकारियों ने भी अपने अपने जिला से वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से इस कार्यक्रम की कार्यवाही को देखा।
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