नई दिल्ली: आईएस से जुड़े दंपती की गिरफ्तारी के बाद फिर से दिल्ली हिंसा के पीछे बाहरी आतंकियों का हाथ होने का सवाल खड़ा हो गया है। बता दें कि दिल्ली हिंसा के दौरान आईबी कर्मचारी अंकित शर्मा की हत्या करने के तरीके को विशेषज्ञों ने आईएसआईएस से ही जोड़ा था। अंकित को करीब 400 बार चाकू मारा गया था। विशेषज्ञों का कहना था कि इस तरीके से केवल आईएसआईएस से जुड़े आतंकी ही हत्या करते हैं। हालांकि उस समय यह सवाल दब गया था, लेकिन अब हिंसा की जांच में पुलिस इस एंगल पर भी काम कर सकती है।
उत्तराखंड के युवक दिलवर नेगी को भी बेरहमी से मारा गया था जिसके हाथ पांव काट उसे जिन्दा जला दिया गया था। कई अन्य लोगों को भी बेरहमी से मारा गया था। आतंकी संगठन ही इतनी बेरहमी से किसी की हत्या करते हैं। दिल्ली के पूर्व मंत्री कपिल मिश्रा ने एक पोस्ट की है और इस लिस्ट में बताया गया है कि कितने लोगों को बेरहमी से मारा गया साथ में कपिल मिश्रा ने लिखा है कि हम सभी दंगा पीड़ित हिन्दू परिवारों से मिल रहे हैं
7 लोग जिनकी नृशंस हत्या की गई उनके परिवार को 3 लाख , 5 गंभीर घायलों को 2 लाख, 3 को एक लाख
हर हिन्दू परिवार जिसकी रोजी रोटी दुकान नष्ट हुई है सबकी मदद करेंगे, ऐसे बहुत से परिवार हैं
कल गिरफ्तार किये गए कश्मीरी दम्पति कई बड़े खुलासे कर सकते हैं। दिल्ली पुलिस के सूत्रों की मानें तो कश्मीरी मूल का दंपती जल्द ही किसी बड़े हमले को अंजाम देने जा रहा था। नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध के नाम पर अंजाम दिए जाने वाले इस हमले के लिए वे हथियारों और विस्फोटकों को जुटाने के साथ ही शाहीन बाग व जामिया नगर के युवकों को भी भड़काने की कोशिश कर रहे थे।
दिल्ली पुलिस के सूत्रों के मुताबिक, पकड़ा गया जहांजेब सामी और उसकी पत्नी हिना बशीर बेग सोशल मीडिया पर बेहद सक्रिय थे। दोनों ने विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर अकाउंट बनाकर भारतीय मुस्लिमों को एकजुट करने और सरकार के खिलाफ सीएए विरोध के नाम पर लड़ाई छेड़ने का प्रयास चालू किया हुआ था।
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