नई दिल्ली: सेना के तमाम जवान माइनस 50 डिग्री में रहकर देश की रक्षा कर रहे हैं और बर्फीले तूफानों की चपेट में आकर हर साल एक दो नहीं दर्जनों जवान अपनी जान गँवा देते हैं। कलयुग है? दिल्ली में ऐसे लोग भी बैठे हैं जो रोजाना 1500 डॉलर, लगभग एक लाख रूपये रोजाना देश को बदनाम करने के लिए कमा रहे हैं। एक हजार शब्द लिखने के लिए 1500 डॉलर उन्हें विदेशी मीडिया दे रही है लेकिन विदेशी मीडिया की शर्त यही है कि दिल्ली दंगों का आरोप हिन्दुओं पर लगाया जाये और मुस्लिमों को पीड़ित बताया जाए।
ये लोग विदेशी मिडिया को मात्र 1500 डालर में अपना ईमान बेच कर देश को दुनिया में बदनाम करने का काम करते हैं।चंद पैसों के लिए अपना ईमान धर्म बेचने वाले निम्न स्तरीय लोग हैं।जय हो
— manoj kumar (@Manojkumar_begu) March 7, 2020
यही वजह है कि कुछ नमकहराम शाहरुख़ को अनुराग मिश्रा बता रहे हैं और उन्हें 20 वर्षीय दिलवर नेगी नहीं दिखा जिसके हाथ पांव काट उसे जिन्दा जला दिया गया। इन नमकहरामों को अंकित शर्मा की बेरहमी से हुई हत्या नहीं दिखी और कांस्टेबल रतन लाल को तो ये भूल ही गए। ये नमकहराम कपिल मिश्रा को आतंकी बता रहे हैं और कल एक वीडियो सामने आये जिसमे देश के कई रिटायर्ड जजों ने कपिल मिश्रा को क्लीन चित दे दी है जिनका कहना था कि सड़क खाली कर दो वरना ट्रंप के जाने के बाद हम फिर आएंगे, ये कहना हेट स्पीच नहीं है। देखें ये वीडियो
देश के टॉप रिटायर्ड जजों को सुनिएध्यान से सुनिएकपिल मिश्रा ने हेट स्पीच नहीं दी, ना हिंसा भड़काने वाला बयान दियाफिर भी नकली सेकुलर, नकली लिबरल गैंग पागल हुआ पड़ा हैं - कपिल मिश्रा को आतंकवादी बता दो, हत्यारा बता दोये रहा कानूनी सच - pic.twitter.com/TLa5Fkbst7— Kapil Mishra (@KapilMishra_IND) March 8, 2020
प्रति आर्टिकल एक लाख रूपये मिल रहे हैं इसलिए कुछ हरामखोरों ने अपना इमान बेंच दिया है। इन हरामखोरों को देश नहीं पैसा प्यारा है।सोशल मीडिया पर कहा जा रहा है ये हैं नमक हराम और इनमे से कुछ कई-कई आर्टिकल लिख कई-कई लाख कमा रहे हैं। शाहरुख़ को अनुराग मिश्रा और दिल्ली हिंसा का आरोप हिन्दुओं पर लगा रहे हैं। विदेशी मीडिया भारत के पत्रकारों को एक लेख पर 1500 डॉलर दे रही है इसका खुलासा The Pioneer के एक बड़े पत्रकार ने किया था। उन्हें भी कहा गया था कि एंटी हिन्दू लेख लिखो लेकिन उन्होंने मना कर दिया था। इस बारे में हमने कुछ दिन पहले खबर भी पोस्ट किया था।
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