फरीदाबाद: निर्भया गैंगरेप केस में कल सुबह चारों दोषियों को फांसी पर लटकाया जा सकता है जिसकी तिहाड़ जेल में तैयारी भी चल रही है लेकिन चारों दोषी अब भी किसी तरह से कल की तारीख आगे बढ़वाने का प्रयास कर रहे हैं। उनके वकील हर दांव-पेंच आजमा रहे हैं। निर्भया की माँ का कहना है कि उन्हें पूरी उम्मीद है कि कल उनकी बेटी को इंसाफ मिल जाएगा।
जानकारी के मुताबिक दोषियों के वकीलों द्वारा आज दोपहर में पवन की ओर से दया याचिका राष्ट्रपति के पास दे दी गई है। इसके तुरंत बाद डेथ वॉरंट पर रोक लगाने के लिए पटियाला हाउस कोर्ट में अर्जी लगाई गई है, जिस पर कुछ देर में सुनवाई होगी। हालांकि निर्भया के परिजनों और उनके वकील ने इसका विरोध किया है।
पुरे दुनिया में सबसे घटिया सबसे नीच सबसे अन्यायी संविधान भारत का हे
ReplyDeleteबलात्कारियो को फांसी देते देते 7 साल हो गए हे फिर भी फांसी नहीं हुई और बचाने की कोशिश अभी भी जारी है
मुझे भारत के संविधान पर थूकने की इच्छा होती है क्योंकि भारत का संविधान बलात्कारियो को बचाता और आतंकवादियों को मटन बिरयानी खिलाता है
मेरी बात चले तो मैं संविधान को जला दू
DeleteYou are thinking bad. You shouldn't do so, our Constitution never saves the rapist and terrorist while it punishes such bad persons. Jay hind.
Deleteहमारे देश कानून ऐसा-वैसा हैं की आतंकवादियों के लिए रात को 12 बजे खुलता है बलात्कारी के लिए दिंन में आंखो पर पट्टी बांध कर रहता है
ReplyDeleteहमारा जो संविधान है जो अंग्रेजों द्वारा बनाया गया था ताकि भारत के लोगों को लूट सके और भारत के लोगों को कभी न्याय ना मिले अब वही कानून चल रहा तो आप ही बताइए भारत के लोगों न्याय कैसे मिलेगा इसलिए हमारे देश में 30000000 केस पेंडिंग है शर्म आती है मुझे ऐसे संविधान पर एवं प्राचीन समय में हमारे देशों में 2 मिनट में केस सॉल्व होता था
ReplyDeleteMadarchodi ki hadd hei,aise kanoon ke liye logon ko Bharat Ratan,Reservation Louda lahsoon sab diya jayega,par koi rajnaitik bhadwa ispe moonh nahi kholega,sab madarchodon ke moonh mein dahi jam gaya hei,kahan hei wo bollywood ki chhinal randei
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