चंडीगढ़, 20 मार्च- हरियाणा सरकार ने वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए पूरे राज्य में एतिहातिक तौर पर आपराधिक प्रक्रिया सहिंता के तहत धारा-144 लगाने का निर्णय लिया है। इसके तहत 20 या इससे अधिक व्यक्तियों को एक स्थान पर एकत्रित होने पर प्रतिबंध रहेगा। गुरुग्राम तथा फरीदाबाद में यह संख्या पांच तक रहेगी।
यह निर्णय मुख्यमंत्री मनोहर लाल की अध्यक्षता में हुई प्रदेश में कोरोना वायरस की समीक्षा बैठक में लिया गया। बैठक में उप-मुख्यमंत्री श्री दुष्यंत चौटाला तथा स्वास्थ्य मंत्री श्री अनिल विज भी उपस्थित थे।
बैठक में निर्णय लिया गया कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के 22 मार्च, 2020 को जनता कफ्र्यु के आह्वान की भी पुर्णत: पालना की जाएगी। इस दिन हरियाणा परिवहन की बसें प्रात: 7 बजे से रात्रि 9 बजे तक नहीं चलाई जाएंगी। कोरोना वायरस के मद्देनजर हरियाणा परिवहन यात्रियों की संख्या को देखते हुए इंट्रा सिटी, इंटर स्टेट व इंट्रा स्टेट के अपने रूटों पर बसों के चक्र कम कर सकता है। गुरुग्राम में सिटी बस सेवा आगामी आदेशों तक बंद रहेगी। सभी कोचिंग केन्द्रों को 31 मार्च तक बंद करने के आदेश दिए गये हैं।
बैठक में खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री पी.के.दास ने मुख्यमंत्री को अवगत करवाया कि विभाग ने आवश्यक वस्तु अधिनियम की पालना के तहत 25 आवश्यक वस्तुओं की सूची तैयार की है जिसकी उपलब्धता करवाना सुनिश्चित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि आवश्यक वस्तुओं पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है।
बैठक में निर्णय लिया गया कि गुरुग्राम, फरीदाबाद तथा पंचकूला के बड़े प्राइवेट अस्पताल अपने संस्थानों में कोरोना वायरस के आइसालेटिड वार्ड के रूप में उपलब्ध करवाए। इसके लिए संबंधित जिलों के उपायुक्त अस्पताल प्रबंधकों को आवश्यक निर्देश देंगे। स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री राजीव अरोड़ा को कोरोना वायरस की मॉनिटरिंग एवं निगरानी के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। किसी भी विभाग को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी करने से पहले नोडल अधिकारी की स्वीकृति लेनी अनिवार्य होगी।
बैठक में इस बात की जानकारी दी गई स्थानीय पी.जी.आई, रोहतक व भगत फूल सिंह महिला मेडिकल कॉलेज,खान पुर कलां की जांच रिपोर्ट के बाद पुणे की प्रयोगशाला में सैंपल भेजे जाते हैं और वहां से रिपोर्ट आने के बाद ही मामलों को पॉजिटिव घोषित किया जाता है। वर्तमान में, कोरोना वायरस की जांच की सुविधा इन्हीं दो स्थानों पर उपलब्ध है। इसके अलावा, कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज करनाल, महाराज अग्रसेन कॉलेज अग्रोहा, शहीद हसन मेवाती मेडिकल कॉलेज नल्हड़ नूंह, पी.जी.आई. रोहतक के लिए दूसरी लैब तथा पंचकूला के सैक्टर-6 नागरिक अस्पताल के लिए कोरोना वायरस जांच लैब के लिए केन्द्र सरकार से मांग की गई है।
बैठक में निर्णय लिया गया कि कोरोना वायरस के मद्देनजर केन्द्र सरकार द्वारा जारी एडवाजरी को पूरे राज्य के लिए लागू किया गया है। सरकारी कर्मचारी कोरोना वायरस से निपटने के लिए चौबीसों घण्टे उपलब्ध रहेंगे। लोगों में इस वायरस से लडऩे के प्रति जागरूकता उत्पन्न करने में सरकारी कर्मचारियों की मुख्य भूमिका रहेगी।
गुरुग्राम और फरीदाबाद के ईएसआई अस्पतालों में सुविधाएं बढ़ाने के लिए केन्द्रीय श्रम मंत्रालय से अनुरोध किया जाएगा। बैठक में इस बात की भी जानकारी दी गई कि कोरोना वायरस से लडऩे के लिए पम्फ्लेटस, विज्ञापन, ऑडियो क्लिप तथा एसएमएस के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जा रहा है। इसके अलावा, आयुष विभाग द्वारा 100 कैंप लगाकर लोगों को जागरूक करने के साथ-साथ मुफ्त में इवाईयां भी आंबटन की जा रही हैं।
बैठक में मुख्य सचिव श्रीमती केशनी आनंद अरोड़ा, गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री विजय वर्धन, वित्त विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री टी.वी.एस.एन. प्रसाद, स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री राजीव अरोड़ा, राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री धनपत सिंह, चिकित्सा शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री आलोक निगम, आयुष विभाग के निदेशक श्री प्रभजोत सिंह, स्वास्थ्य सेवाएं विभाग के महानिदेशक श्री सूरजभान कंबोज तथा निदेशक डॉ.ऊषा गुप्ता समेत विभाग के अनेक वरिष्ठï अधिकारी भी उपस्थित थे।
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