नई दिल्ली: देश में जिन राज्यों में कर्फ्यू लगा है वहाँ भी लोग लापरवाही कर रहे हैं और जहां लाकडाउन है वहां भी लोग लापरवाही ही कर रहे हैं। लोग सपरिवार सड़कों पर घूम आफत मोल ले रहे हैं। सरकार की अपील बहुत कम लोग मान रहे हैं। भारत में अभी जागरूकता का अभाव है जबकि विदेशों से बहुत ही दर्दनाक खबरें आ रहीं हैं। इटली और स्पेन की जनता का हाल बेहाल है। अस्पतालों में भी कोरोना के मरीज तड़प रहे हैं। अंतरष्ट्रीय मीडिया की मानें तो स्पेन में जिन घरों में बुजुर्ग कोरोना पीड़ित हैं उन बुजुर्गों को जिन्दा ही मरने के लिए छोड़ दिया गया है। परिजन उन्हें हाथ नहीं लगा रहे हैं। स्पेन में 35000 लोग कोरोना से पीड़ित हैं और दो हजार लोगों की मौत हो गई है जबकि कल सोमवार को 462 मौते हुईं हैं।
वहां सेना मोर्चा संभाल रही है। घरों में पडी लाशों को सेना हटाने का प्रयास कर रही है। सेना कुछ घरों में पहुँची तो ये देख हैरान रह गई कि कई बुजुर्ग जिन्दा हैं लेकिन उन्हें लावारिश हालत में उनके परिजन छोड़कर इसलिए भाग गए कि कहीं वो भी वायरस की चपेट में न आ जाएँ। स्पेन की रक्षामंत्री ने मीडिया को बताया कि सेना की जांच के दौरान कई ऐसे बीमार बुजुर्ग ऐसे पाए गए जो जिंदा थे लेकिन उन्हें उनके बिस्तर पर ही 'लावारिस' छोड़ दिया गया था। इटली का भी यही हाल है। इटली में कोरोना के अब तक 60 हजार से ज्यादा मामले आ चुके हैं। लगभग 6000 मौतें हुई हैं।
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