नई दिल्ली: 15 महीने बाद मध्य प्रदेश सरकार गिर गई। अभी प्रेस वार्ता में सीएम ने स्तीफा देने का एलान किया। मध्य प्रदेश के कांग्रेसी कार्यकर्ता काफी दुखी दिख रहे हैं। कमलनाथ जिंदाबाद के नारे भी लग रहे हैं। सूत्रों की माने तो तमाम कमियां कांग्रेस हाईकमान की हैं जिन्होंने ज्योतिरादित्य सिंधिया को कमजोर समझा और उन्हें भाव नहीं दिया जिस वजह से सिंधिया भाजपा के पाले में चले गए और 22 विधायक भी उनके साथ चल दिए।
कुछ गलतियां दिग्विजय सिंह की भी हैं। तमाम विधायक कमलनाथ से ज्यादा आरोप दिग्विजय सिंह पर लगा रहे हैं। कई राज्यों में ऐसा देखा गया कि बहुमत कांग्रेस को मिली और सरकार वहां भाजपा की है। हाईकमान सिर्फ तमाशा देखता रहता है। अब मध्य प्रदेश भी हाथ से गया। सूत्रों की मानें तो दिग्विजय सिंह के कारण सरकार गिरी है। वो दिल्ली दरबार में सिंधिया के खिलाफ काम कर रहे थे। ये बाद सिंधिया को जैसे पता चली वो कांग्रेस से दूरी बनाने लगे और हाल में भाजपा में शामिल हो गए। कमलनाथ दिग्विजय को अंदर से नहीं समझ सके। उन्हें नहीं पता था कि सिंधिया ऐसा भी कर सकते हैं।
संभव है शिवराज सिंह को तुरंत विधायक दल का नेता चुना जाए और वो चौथी बार सीएम पद की शपथ लें। अभी तक शिवराज सिंह चौहान का कोई बयान नहीं आया है लेकिन भाजपा की मुराद लगभग पूरी हो गई है। सोशल मीडिया पर भाजपा की खुशी देखी जा रही है। सीएम कमलनाथ स्तीफा देने राज्यपाल के घर पहुँचने वाले हैं। जानकारी मिल रही है कि शाम को शिवराज सिंह चौहान भाजपा विधायकों को रात्रि में दावत देने जा रहे हैं।
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