नई दिल्ली: मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर राकेश मारिया के खुलासे के बाद अब मुंबई बम ब्लास्ट केस की अदालत में पैरवी करने वाले विशेष सरकारी वकील उज्ज्वल निकम ने कहा है कि कसाब समेत अन्य आतंकियों के पास से मिले 10 आईकार्ड पर हिन्दू नाम लिखे थे। उज्जवल निगम ने कहा कि मुंबई पुलिस के चार्जशीट दाखिल करने के बाद यह केस मेरे पास आया जिसमें आतंकी हमला करने वाले आतंकियों के पास से 10 आईकार्ड कोर्ट में पेश किए गए। इसमें सभी आतंकियों के पास फेंक आईडी कार्ड थे जिनमें हिंदुओं के नाम थे।
न्यूज़ एजेंसी एएनआई से बात करते हुए उज्जवल निकम ने बताया कि कसाब ने 19 फरवरी 2002 को कोर्ट में दिए इकबालिया बयान से एक बात साबित हो गई थी कि बरामद किए गए 10 फर्जी कार्ड झूठे नाम थे। उसने बताया था कि पुलिस को गुमराह करने के लिए हमने इन फेंक आईकार्ड का इस्तेमाल किया था। कसाब ने कोर्ट को यह भी बताया था कि अबुल काफा जिसने उनको मिलिट्री ट्रेनिंग दी थी उसने बताया था कि तुम्हे 10 झूठे नाम दिए जाएंगे और हमने कोर्ट में यह बात साबित कर दी थी।
निकम के इस खुलासे से साबित होता है कि पूर्व पुलिस कमिश्नर ने अपनी किताब में सच लिखा है कि मुंबई हमले को हिन्दू आतंकवाद के तौर पर पेश किया जाना था लेकिन कसाब जिन्दा पकड़ा गया जिससे एक बड़ी साजिश नाकाम हो गई। कसाब के पास भी जो आईडी मिली थी वो समीर चौधरी के नाम थी। कसाब को भी कलावा पहना हिन्दू साबित करने का प्रयास किया गया था।
#WATCH U Nikam, Special Public Prosecutor in 26/11 Mumbai terror attack case:..We had presented 10 IDs before court,they were fake. It's true that the IDs carried Hindu names.Kasab had given statement in Mumbai court which proved that the 10 accused had 10 fake IDs...We proved it pic.twitter.com/wls4rWRj0V— ANI (@ANI) February 19, 2020
Post A Comment:
0 comments: