नई दिल्ली: दो महीने से पाकिस्तान बनी राजधानी की एक मुख्य सड़क पर अब हलचल मची है। शाहीन बाग़ रास्ते से सिर्फ मृत लोग ही आ जा सकते हैं। जिन्दा लोगों का प्रवेश दो महीने से बंद है। हरियाणा अब तक को जानकारी मिली है कि कल से शाहीन बाग़ में हलचल मची है। वहाँ सड़क जाम कर बैठे लोगों को बड़ी हिंसा की आशंका है और शाहीन बाग़ में लगभग एक दर्जन सीसीटीवी कैमरे लगा लिए गए हैं। कंट्रोल रूम बनाकर संदिग्धों पर नजर रखी जा रही है। प्रदर्शनकारी अपनी सुरक्षा मजबूत करने में जुटे हैं। शाम होते ही वहां भीड़ बढ़ने लगती है इसलिए प्रदर्शनकारी खुद संदिग्धों पर नजर रख रहे हैं। प्रदेश द्वार पर पोस्टर चिपकाकर लिखा गया है कि आप सीसीटीवी कैमरे की नजर में हैं। दिल्ली चुनावों के परिणाम आते ही अब प्रदर्शनकारियों को लगता है कि कोई बड़ी हिंसा हो सकती है।
आपको बता दें कि ये सड़क नागरिकता संशोधन क़ानून के विरोध में दो महीने से बंद की गई है। 10 लाख से ज्यादा लोग परेशान हैं। लोग ढाई-तीन घंटे जाम में फंसे रहते हैं। कट्टरवादी संगठन पीएफआई पर आशंका है कि वो यहाँ की फंडिंग कर रहा है। उसने यहाँ पांच दफ्तर खोल रखे हैं। जबसे सड़क बंद की गई तबसे इस सड़क से हाल में एक अर्थी को जाने दिया गया। स्कूल बस, एम्बुलेंस भी इधर से नहीं जा पा रहीं हैं। स्थानीय लोग सड़क जाम होने से अपना गुस्सा जता चुके हैं। न दिल्ली सरकार को 10 लाख लोगों की समस्या दिख रही है न केंद्र सरकार को वरना कहीं कोई गरीब किसी जुल्म से तंग होकर सड़क जाम करता है तो आधे घंटे में ही उस पर मुकदमा दर्ज कर दिया जाता है और हजारो लोगों को जेल तक भी जाना पड़ा है। कलयुग है। अब राजनीति भी कलयुगी हो चुकी है। सत्ता के लिए नेता कुछ भी कर सकते हैं। भारत की किसी सड़क को पाकिस्तान तक बना सकते हैं। पुलिस मजबूर है, बिना सत्ता धारियों के आदेश के कुछ नहीं कर पाती है।
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