नई दिल्ली: बच्चों के लिए पिता एक आसमान की तरह होता है और असमय अगर बच्चों से पिता हमेशा के लिए छीन लिया जाय तो बच्चों से उनका आसमान छिन जाता है। दिल्ली में जेहादियों के हाथों शहीद हुए हेड कांस्टेबल रतन लाल के तीनों बच्चे अभी मासूम हैं और कल जिस वक्त घर में सूचना मिली कि दिल्ली के जेहादियों ने उनकी हत्या कर दी है तीनों बच्चे विलख-विलख कर रोये। रतन लाल की मौत की सूचना से उनकी पत्नी पहले ही बेहोश थी ऐसे में बच्चों को सँभालने वाला कोई नहीं था। आस पास के लोगों ने बच्चों को संभाला।
दिल्ली में जो पटकथा लिखी गई थी उसका दर्दनाक अंत हो रहा है। कुछ कट्टरवादी संगठन यही चाहते थे और जगह-जगह वही प्रदर्शन करवा रहे हैं। अल्प संख्यक समुदाय को भड़काकर उन्होंने दिल्ली को आग के हवाले कर दिया। अब घर अल्प संख्यकों के भी जलने लगे हैं। अब उन्हें पता चल रहा है कि उन्हें मोहरा बनाया गया। रतन लाल को पूरे देश के पुलिस अधिकारी और जवान श्रद्धांजलि दे रहे हैं। पीएफआई ने बड़ा खेल खेला ,बहक गए लोग देखें ये वीडियो
— PAYAL ROHATGI & Team- Bhagwan Ram Bhakts (@Payal_Rohatgi) February 25, 2020
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