गुरुग्राम। पुलवामा हमले की बरसी पर राहुल गांधी ने शर्मनाक ट्वीट कर एक बार फिर घाव हरे कर दिए हैं। देश की बड़ी पार्टी के बड़े नेताओं को इस तरह के ट्वीट या बयान पूरी गरिमा में रहते हुए करने चाहिए। इस मोके पे मालिक ने अपने वः अपनी पार्टी की ओर से सभी शहीदों को श्रधांजलि देते हुए कहा की राहुल गांधी इस तरह ट्वीट बिना सोचे-समझे और बिना इसकी गंभीरता जानें कर देते हैं। यह बात शुक्रवार को भाजपा प्रदेश प्रवक्ता रमन मलिक ने कही। उन्होंने कहा कि कांग्रेस इस तरह के ट्वीट से ही चर्चा में बनी रहना चाहती है। जबकि राहुल गांधी ने पार्टी को शून्य पर लाकर खड़ा दिया है।
रमन मलिक ने बताया कि राहुल गांधी ने पुलवामा हमले पर शुक्रवार को बरसी के अवसर पर ट्वीट कर पूछा है कि इसकी जांच क्या हुआ और इसका फायदा किसे हुआ है? रमन मलिक ने कहा कि इस तरह के सवालों से कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनीतिक रोटियां सेक रहे हैं। इससे कांग्रेस अपना फायदा देख रही है और इस तरह वे किस पर सवाल खड़े कर रहे है? भारतीय सेना इस विषय पे अपना पक्ष रख चुकी है, क्या उनको भारतीय सेना पे संशय है?
रमन मलिक ने सवाल उठाते हुए राहुल गांधी से पूछा है कि कांग्रेस के राज में हुई राजेश पायलेट, माधवराव सिंधिया आदि बड़े नेताओं की हत्या से किसे फायदा हुआ है? उन्हें इस तरह के ट्वीट के लिए समय और गरिमा को भी ध्यान रखना चाहिए था।
मलिक ने कटाक्ष करते हुए सवाल भी पूछे की। शहीदे आजम भगत सिंह की मृत्यु से किसको फायदा हुआ? किसको नेताजी की कथित मृत्यु से फायदा हुआ? और किसको को भारत के विभाजन का फायदा मिला? रमन मलिक ने और तेज प्रहार करते हुए यह सवाल भी दाग डाले कि संजय गांधी की मृत्यु से किसको फायदा हुआ? इंदिरा की मृत्यु से किसको फायदा हुआ? राजीव गांधी की मृत्यु से किसको फायदा हुआ? वाड्रा परिवार की मृत्यु से किसको फायदा हुआ? क्योंकि यह सारी की सारी मृत्यु अकस्मत या संदेह से ग्रस्त परिस्थितियों में हुई। मलिक ने राहुल गांधी को याद कराते हुए कहा कि मुंबई ट्रेन ब्लास्ट या सिटी स्टेशन ब्लास्ट हो, अमरनाथ यात्रा पर आतंकवादियों का हमला और ना जाने कितने और हमले कश्मीर और भारत में उनकी पार्टी के राज में हुए। उन सब पर भी अगर यही सवाल पूछे जाएँ तो उनका वह जवाब देने की चेष्टा करें, तो देश को भी पता लगेगा कि इससे किसको फायदा हो रहा था? उन्होंने आगे सवाल पूछते हुए कहा कि जो धारा 370 स्थाई नहीं थी उसको स्थाई बताते हुए कश्मीर की समस्या को जो कात्यों बनाए रखा वः कश्मीरी पंडितों के दर्द का कोई आभास नहीं रखा, ना ही उनको न्याय दिलाने में कोई योगदान दिया, इसका जवाब कौन देगा? मलिक ने राहुल गांधी को याद करते हुए कहा कि जिस समय शहीदों के शव को लोग श्रद्धांजलि दे रहे थे। उस समय वह अपने फोन पर ना जाने क्या देख और समझने की कोशिश कर रहे थे।
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