फरीदाबाद: श्रीचंद दो बार गए तो उनके ही गांव का एक युवक चार बार गृह मंत्री अनिल विज के जनता दरबार में जा चुका है और अब निराश होकर आत्मदाह तक की बात कर रहा है ,जाने गृह मंत्री को दी गयी इस शिकायत में क्या लिखा है।
निवेदन है की प्रार्थी अरुण पुत्र श्री ज्ञानचंद निवासी गाँव बाजड़ी तहसील बड़कल व् जिला फरीदाबाद का स्थायी निवासी हूँ और मैं निम्नलिखित निवेदन करता हूँ.
1 - यह है की हमारी दादालाई खेतीबाड़ी की जमीन गाँव बाजड़ी में स्थित है जो कि, मेरी माताजी श्रीमती मुनेश पत्नी श्री ज्ञानचंद्र के नाम पर है, जिसपर हम खेतीबाड़ी करके अपना गुजर-बसर करते हैं. जोकि हमारी जमीन मु. नं. 15, किला नं. 6 (8-0), 14 मिन पूर्व ( 2-17) कीला नं. 7 मिन पूर्व ( 1-7) मु. नं. 16 कीला 10 ( 8-0) कुल रकबा 21 कनाल 11 मरले के हम बाहमी तकसीम के अनुसार, मालिक व् काबिज है, जिसपर पानी का ट्यूबवेल व् एक कमरा बना हुआ है, हमने अपनी जमीन की तार फ़ैन्सिल जाली व् पेड़ पौधें लगाए हुए.
2 - यह हमारी जमीन का तकसीम का केस तहसील बड़खल जला फरीदाबाद में विचाराधीन है व् एक माननीय श्री सुनील कुमार सिविल जज फरीदाबाद की अदालत में विचाराधीन है, जोकि दिनांक 6-1-2020 के लिए निश्चित है, जिसमें माननीय अदालत ने निर्माण पर रोक लगा रखी है.
3 - यह की दोषीगण ने पहले भी दिनांक 1-11-2020 को सुबह करीब 10 बजे 40-50 बदमाश व् जेसीबी लेकर हमारी जमीन पर आये और जबरदस्ती हमारी जमीन की तार फैंसिंग को खुर्द बुर्द कर दिया व् जबरन हमारी जमीन में मलवा डलवाना शुरू कर दिया। जब हमनें उन्हें रोकने की कोशिश की तो दोषीगण ने हमारे साथ धक्का-मुक्की, मारपीट, की और जान से मारने की धमकी दी, जिसकी बावत हमनें एक दरख्वास्त श्रीमान पुलिस कमिश्नर साहब को बजरिये डायरी नं. 4642/ सी.पी. 13-11-2019 को दी, जिसपर पुलिस ने अभी तक कोई कार्यवाही न की जिससे दोषीगण को हौंसले बुलंद हो गए और दिनांक 8-12-2019 को दोषीगणों ने फिर से रात को जबरदस्ती बिना किसी अनुमति के हमारी जमीन पर दो पानी के ट्यूबवेल लगवा दिए, नई तामीरात करने के लिए ईंट-पत्थर, रोड़ी, डस्ट आदि डलवा दिया। जब हमनें विरोध किया तो दोषीगणों ने हमसे झगड़ा किया और हमें जान से मारने की धमकी दी, और कहा की, पुलिस प्रसाशन और बड़े नेताओं से हमारी जान-पहचान है, तुम हमारे खिलाफ पहली दरख्वास्त पर भी कुछ नहीं कर पाए, न ही अब कर पाओगे। जिसकी बावत प्रार्थी ने दिनांक 9-12-209 को श्रीमान डीसीपी महोदय के समक्ष खुले दरबार में अपने परिवार व् समाज के मौजिज लोगों के साथ पेश हुए और अपनी लिखित शिकायत डायरी नं. 18-J.D NIT फरीदाबाद दिनांक 9-12-2019 को दी, जो डीसीपी साहब ने एसीपी साहब को कार्यवाही के लिए भेज दी व् एसीपी साहब ने थाना डबुआ के लिए भेज दिया। जिसमें उसी दिन मौके पर रात करीब साढ़े आठ बजे रमेश नाम का पुलिसकर्मीं हमारे घर आया और हमने उसे मौक़ा दिखाया।
मौके पर 8 से 10 शरारती तत्व मुके पर शराब पीते पाए गए तथा उक्त पुलिस कर्मी मौक़ा देखकर चला गया और हमें अगले दिन एसीपी साहब के सामने पेश होने को कहा, दिनांक 10-12-2019 को हम एसीपी साहब के सामने पेश हुए लेकिन एसीपी साहब ने कार्यवाही करने से मना कर दिया। जिसके बाद हम डीसीपी साहब के सामने पेश हुए लेकिन डीसीपी ने भी कोई कार्यवाही नहीं की, क्योंकि इस जमीन पर बड़े पुलिस अधिकारियों व् रसूखदार नेताओं की भी हिस्सेदारी है. जिसके चलते उक्त दोषीगण जबरन हमारी जमीन पर कब्जा करना चाहते हैं.
4 - यह है की दिनांक 18-12-2019 को माननीय अदालत सुनील जज साहब के यहाँ हमारी तारीख थी जिसपर स्टे बढ़ा दिया गया और दिनांक 6-1-2020 लगा दी गयी और दोषीगण को जमीन पर किसी भी प्रकार से कोई काम करने से मना कर दिया गया. दोषी हमें डरा धमका रहे हैं और कह रहे हैं कि हम किसी स्टे व् अदालत को नहीं मानते, पहले भी स्टे के बाद हमने इतना काम कर दिया, अब हम चिनाई करके रहेंगें जो बीच में आएगा उसे जान से मार देंगें।
5 - यह की अब दोषीगण ने हमारे पीछे अपने बदमाश छोड़ रखे है, दोषीगण हमारे साथ किसी संगीन वारदात को अंजाम दे सकते हैं, हमें दोषीगण से अपनी व् अपने परिवार को जानमाल का ख़तरा बना हुआ है, यदि मेरे व् मेरे परिवार के साथ कोई दुर्घटना होती है तो इसके जिम्मेदार उपरोक्त दोषीगण ही होंगें, क्योंकि पुलिस प्रसाशन भी इनके रसूक के कारण इनके खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं कर रही है, जब हम आपके यहाँ दरबार में पिछली बार दिनांक 19-12-2020 को अपनी फ़रियाद लेकर आये थे, उसके एक सप्ताह बाद एसीपी साहब खुद मौके पर आये उनको मैनें अपने खेती की जमीन की पूरी हालत स्वयं दिखाई, उन्होंने उस समय एएसआई राजबीर गंडारा से खुद बोला की मौके पर हूई सारी वारदातों की तसदीक ठीक ढंग से की जाय, लेकिन आज तक कोई कार्यवाही नहीं की गई है और ना तब से लेकर आज तक हमारे पास पुलिस महकमें का कोई भी मुलाजिम नहीं आया है.
6 - यह की पहले भी 2 बार दिनांक 19-12-2019 व् दिनांक 03-01-2020 को फरियाद लेकर आये थे, जिसमें एक सप्ताह में कार्यवाही करने का आश्वाशन दिया गया था, लेकिन उसका असर यह हुआ की डीसीपी साहब ने उल्टा हमारे ऊपर ही 107/ 150 का कलिंदा दर्ज कर दिया। जिसमें हमनें दिनांक 15-01-2020 को अपनी जमानत कराई व् श्रीमान डीसीपी ने कहा की, स्टे के बाद जो 2 ट्यूबवेल जबरदस्ती लगाए गए हैं व् पेड़ों को काटा गया है, तार फैंसिंग तोड़ी गई है, इसमें मैं कुछ नहीं कर सकता, कोर्ट का सहारा लो, पुलिस का काम तो खून-खराबे के बाद शुरू होता है व् दोषीगणों ने डीसीपी साहब के सामने ही धमकी देनी शुरू कर दी, जिसकी शिकायत हमनें डीसीपी साहब से की तो उन्होंने कहा की, जो करना है, बाहर जाकर करो, इस बाबत हमने एक लिखित दरख्वास्त डीसीपी को दी, परन्तु उसपर आज भी आज तक कोई क़ानूनी कार्यवाही नहीं की गयी.
अतः श्रीमान जी से निवेदन है की, उपरोक्त दोषीगणों के खिलाफ सख्त से सख्त कानूनी कार्यवाही की जाए, दोषीगणों को हमारी जमीन में दखलनदाजी करने से रोका जाय, व् मेरे परिवार की जान-माल की रक्षा की जय आपके अति कृपा होगी।
इन्हे भी अभी तक इंसाफ का इन्तजार है। सिस्टम पर सवाल उठा रहे है। पुलिस पर सवाल उठा रहे हैं।
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