फरीदाबाद: सिस्टम में तमाम कमियों के कारण पूरे हरियाणा के लोगों की नजर अम्बाला पर है। गृह मंत्री अनिल विज के जनता दरबार में पूरे प्रदेश के लोगों का पहुंचना ये साबित कर रहा है कि जनता को उनके जिले के अधिकारीयों द्वारा उनसे न्याय नहीं मिल पा रहा है। विज के जनता दरबार में शिकायत लेकर जानें वालों को भी अगर न्याय क लिए भटकना पड़े तो जनता कहा जाए, बड़े सवाल उठ रहे हैं। फरीदाबाद के गांव बाजड़ी में रहने वाले श्री चंद भी दो बार विज के जनता दरबार में हाजिरी लगा चुके हैं लेकिन अभी तक विज दरबार से उन्हें निराशा ही मिली है।
श्री चंद का आरोप है कि उनकी जमीन पर फर्जी जीपीए बनवाकर हड़पने का प्रयास किया जा रहा है। गृह मंत्री को दी गई शिकायत में श्रीचंद ने लिया है कि बड़खल तहसील के अंतर्गत गांव बाजरी में उनकी 21 कनाल 10 मरले जमीन है। इस जमीन पर खेती कर वो अपना परिवार पालते हैं। खेती के अलांवा उनके पास कोई और काम नहीं है।
शिकायत में उन्होंने लिखा है कि गांव पाली के गिरिराज भड़ाना से उनकी जान पहचान थी क्यू कि भड़ाना पड़ोस के गांव के हैं। 2006 में उन्हें पैसों की जरूरत थी और उन्होंने भड़ाना से बात की जिसके बाद भड़ाना ने कहा कि उन्हें लोन दिलवा देंगे और लोन दिलवाने के नाम पर भड़ाना ने उनसे कई खाली पेपरों पर हस्ताक्षर करवा लिया। काफी समय हो गया और जब उन्हें लोन नहीं मिला तो उन्होंने भड़ाना से लोन न मिलने का कारण पूंछा तो भड़ाना ने कहा कि आपका लोन खारिज हो गया है।
गृह मंत्री को दी गई शिकायत में आगे लिखा गया है कि 22 दिसंबर 2006 को उन्होंने अपनी जमीन अपने बेटे के नाम बजरिये हकत्याग पत्र वसीका नंबर 17404 माध्यम से हकत्याग कर दी। इंतकाल नंबर 902 उनके बेटे के नाम दर्ज हो गया। इसके बाद से उनका बेटा जमीन कर खेतीबाड़ी कर रहा था लेकिन कुछ महीने पहले उनका बेटा जमीन पर लोन लेने गया तो अधिकारीयों ने जमीन के कागजात मंगवाए ,जब वो कागजात लेने पहुंचे तो उनके होश उड़ गए क्यू कि उन्हें पता चला कि ये जमीन तो किसी और के नाम है।
शिकायत में आगे लिखा गया है कि कई वर्ष पहले जब उन्होंने लोन के लिए खाली पेपर पर अंगूठा लगाया था तभी उनके साथ धोखाधड़ी हुई और उसकी कागज़ से फर्जी जीपीए तैयार करवा ली गई।
ये जीपीए मध्य प्रदेश के सागर के बिना से करवाई गई। श्रीचंद बिना पहुंचे और वहां जीपीए पर जो अंगूठा लगा है उसमे बड़ा गोलमाल है ,जांच करवाने पर पता चला कि कागज़ पर एक ही व्यक्ति के अँगूठ लगे हैं। इस कागज़ पर कई लोगों के जमीनों का व्योरा है लेकिन एक ही व्यक्ति ने सभी के नामों के आगे अंगूठा लगाया है।
शिकायत में आगे लिखा गया है कि गिरिराज भड़ाना ने इस फर्जी जेएपीए से 2006 में इस जमीन का बायनामा अपनी पत्नी को कर दिया। इसकी बाद भड़ाना ने इसी फर्जी जीपीए से 8 कनाल जमीन का बायनामा विनीता पत्नी राकेश सहगल निवासी सेक्टर 49 को कर दिया। श्रीचंद का कहना है कि मैंने अपने जमीन कभी किसी को नहीं बेंची। न ही जमीन के बदले कभी किसी से कोई रकम ली। न ही मैं कभी बिना मध्य प्रदेश गया हूँ।
उन्होंने कहा कि धोखाधड़ी की जानकारी मिले के बाद मैं बीना गया तब पता चला कि जालसाजी करके मेरे जमीन की जीपीए करवाई गई है। जहाँ मेरा अंगूठा लगा दिखाया गया हो उस जगह किसी और का अंगूठा लगा है। उसके बाद वो गिर्राज भड़ाना के पास गए और कहा आपने मेरे साथ धोखाधड़ी की है तो भड़ाना ने कहा की मैंने तुम्हारी जमीन अपने नाम करा ली है तुम जो करना चाहो कर सकते हो। शिकायत में लिखा है कि श्रीचंद को जान से मारने की धमके भी दी गई।
गृह मंत्री को दी गई शिकायत में लिखा गया है कि इन लोगों का यही काम है। जालसाजी कर ये तमाम लोगों की जमीन हड़प चुके हैं और मुझे धमकी दे रहे हैं कि करोड़ों की जमीन है। 10-20 लाख पुलिस को देना पड़े तो दे दूंगा और पुलिस मुझे जमीन पर कब्ज़ा दिलवा देगी। श्री चंद का कहना है कि उस जमीन पर आज यानि 22 फरवरी 2020 को भी मेरा ही कब्ज़ा है। श्री चंद ने गृह मंत्री से मांग की है कि उक्त लोगो के खिलाफ धोखाधड़ी और जान से मारने की धमकी का मामला दर्ज करवाया जाए और उनके परिवार की जानमाल की रक्षा की जाए। श्रीचंद का कहना है कि मैं दो बार गृह मंत्री के जनता दरबार में अम्बाला जाकर उन्हें पूरे मामले की जानकारी दे चुका हूँ लेकिन अब तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि जल्द उन लोगों पर कार्यवाही न की गई तो पहले सीपी फरीदाबाद के दफ्तर फिर गृह मंत्री के आवास पर धरना दूंगा। उन्होंने कहा कि डबुआ थाने में भी इस धोखाधड़ी की शिकायत दी लेकिन कोई कार्यवाही नहीं की गई।
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