नई दिल्ली: हरियाणा अब तक को अपने ख़ास सूत्रों से पता चला है कि दिल्ली उपद्रव में भी पीएफआई जैसे संगठनों का हाथ हो सकता है, अर्बन नक्सलियों और जेहादियों उनके मीडिया समर्थकों, खान मार्केट गैंग, टुकड़े गैंग सहित कुछ तथाकथित गैंगों का हाथ हो सकता है। अर्बन नक्सलियों और जेहादियों ने इसकी बाकायदा पटकथा लिखी थी और कल अचानक दिल्ली के कई जगहों पर इसलिए प्रदर्शन शुरू करवाया था ताकि भारत दौरे पर आये अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सामने भारत की बेज्जती हो, भारत सरकार की बेज्जती हो। सुबह हमने बताया था की जेहादियों और अर्बन नक्सलियों ने ट्विटर पर गो बैक ट्रंप ट्रेंड करवा रहे हैं। कुछ कांग्रेसी भी उनके साथ खड़े दिखे जो शायद मोदी विरोध में गलती से जेहादियों के पाले में चले गए। उन्हें पता नहीं था कि जेहादी दिल्ली में आग लगवाने वाले हैं। सूत्रों की मानें तो दिल्ली के जेहादियों के सिर पर पाकिस्तान के खूंखार आतंकी संगठनों का भी हाथ हो सकता है। ऐसा इसलिए क्यू कि पहली बार ऐसा हुआ है कि कोई अमेरिकी राष्ट्रपति केवल भारत यात्रा पर आए हों। इससे पहले हर बार अमेरिकी राष्ट्रपति भारत यात्रा के दौरान पाकिस्तान भी जरूर जाते थे। पहली बार किसी देश के राष्ट्र प्रमुख का एक लाख से ज्यादा भारतीयों ने एक जगह एकत्र होकर स्वागत किया है। ऐसे ही कई बिंदु हैं जो इस बार अमेरिकी राष्ट्रपति की भारत यात्रा को अलग बनाते हैं। ऐसे खास मौके पर देश की राजधानी दिल्ली में अचानक से हिंसा का फैलना कई सवाल खड़े करते हैं।
हरियाणा अब तक की जानकारी के मुताबिक गृह मंत्रालय ने आशंका जताई है कि दिल्ली के कुछ हिस्सों में हिंसा अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की जारी यात्रा के मद्देनजर करायी गई प्रतीत होती है। सूत्रों का कहना है कि गृह मंत्रालय ने खुफिया सूत्रों से मिली सूचना के आधार पर आशंका जताई है कि कुछ लोग ट्रंप के सामने भारत की छवि खराब करना चाहते हैं। इसलिए उन्होंने हिंसा के लिए इस समय को चुना है। आज की हिंसा में जेहादियों ने पुलिसकर्मी की हत्या की। फायरिंग की, कई वाहन, कई घर और पेट्रोल पम्प में आग लगा दी। सब प्लान के मुताबिक था। कुछ बकलोल ( महामूर्ख ) कांग्रेसी जेहादियों और आतंकियों की चाल नहीं समझ सके और उनके साथ खड़े दिखे जैसे हरियाणा के एक कांग्रेस प्रवक्ता की ट्वीट सुबह हमने आपको दिखाया था। ये ज्यादा समय तक कांग्रेस का प्रवक्ता रहा तो कांग्रेस के लिए घातक साबित हो सकता है और हरियाणा कांग्रेस का हर बना बनाया खेल खराब कर सकता है।
अब अर्बन नक्सली, जेहादी हिंसा का आरोप केंद्र सर्कार और पुलिस पर लगा रहे हैं जबकि इन हरामखोरों को पता होना चाहिए कि आप किसी कानून के विरोध में सड़क, रेलवे या मेट्रो स्टेशन नहीं जाम कर सकते हैं। जेहादियों ने दिल्ली की सड़कों को खाला जी का घर समझ लिया और जहाँ दिल ने कहा वहीं सड़क पर अपनी खातूनों को बैठा दिया। बच्चों को बैठा दिया लेकिन दिल्ली की सड़कें, स्टेशन किसी के खाला जी का घर नहीं हैं। सूत्रों द्वारा ये भी जानकारी मिली है कि स्थानीय लोग सड़क पर न उतरे होते तो जेहादी दिल्ली में और बवाल करते। और आगजनी हिंसा करते और अधिक पुलिसवाले जेहादियों का निशाना बनते।
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