नई दिल्ली: दिल्ली में आम आदमी पार्टी की बम्पर जीत के बाद कई बड़े कांग्रेसी नेता बेगानी शादी में अब्दुल्ला दीवाना जैसे नाच रहे हैं जबकि कई बड़े नेता जीरो सीट पाने से दुखी भी हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पार्टी को रणनीति बदलने की सलाह दी है। वहीं, हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने दिल्ली चुनाव में कांग्रेस के प्रभारी रहे पीसी चाको पर निशाना साधा है। पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की बेटी एवं कांग्रेस प्रवक्ता शर्मिष्ठा मुखर्जी ने पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम के ट्वीट के बाद उन्हें घेरा। पी चिदंबरम ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी की जीत को विपक्ष का हौसला बढ़ाने वाला परिणाम करार दिया है। जिसके जबाव में शर्मिष्ठा ने ट्वीट किया और लिखा कि 'सर, उचित सम्मान के साथ बस इतना जानना चाहती हूं कि क्या कांग्रेस पार्टी राज्यों में बीजेपी को हराने के लिए क्षेत्रीय दलों को आउटसोर्स कर रही है? यदि नहीं, तो फिर हम अपनी हार पर मंथन करने के बजाय AAP की जीत पर गर्व क्यों कर रहे हैं? और अगर ऐसा है, तो हमें (प्रदेश कांग्रेस कमिटी) संभवत: अपनी दुकान बंद कर देनी चाहिए।
With due respect sir, just want to know- has @INCIndia outsourced the task of defeating BJP to state parties? If not, then why r we gloating over AAP victory rather than being concerned abt our drubbing? And if ‘yes’, then we (PCCs) might as well close shop! https://t.co/Zw3KJIfsRx— Sharmistha Mukherjee (@Sharmistha_GK) February 11, 2020
इसके बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा है कि कांग्रेस को नई सोच और नई रणनीति पर काम करने की आवश्यकता है। हरियाणा के पूर्व सीएम और वरिष्ठ कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने भी पीसी चाको को आड़े हाथ लिया है। कांग्रेस के कई बड़े नेता जिस तरह से आप की जीत पर खुश हैं उसे देख कांग्रेस के कई नेता अपनी पार्टी के बड़े नेताओं से नाराज भी दिख रहे हैं। पीसी चाको ने स्तीफा देते हुए हार की जिम्मेदारी तो ली लेकिन पूर्व सीएम स्वर्गीय शीला दीक्षित पर हार का आरोप लगा दिया और कहा कि उनके समय से ही कांग्रेस दिल्ली में कमजोर होती चली गई। चाको को काफी समय मिला लेकिन दिल्ली में कांग्रेस के लिए कुछ खास नहीं कर सके जिसके बाद अब हुड्डा, सिंधिया जैसे नेता उन्हें घेर रहे हैं।
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