नई दिल्ली: विपक्ष तो विपक्ष होता है और कलयुग है विपक्ष ऐसा व्योहार करता है जैसे सत्तापक्ष उसका दुश्मन हो और अपने दुश्मन हो नीचा दिखाने के लिए विपक्ष हर प्रयास करता है जैसे हाल में किया गया। ट्रंप के दौरे के समय अधिकतर विपक्षियों ने मिलकर दिल्ली को आग के हवाले कर दिया ताकि ट्रंप के सामने भारत की बेज्जती हो। इस आग में लगभग तीन दर्जन लोगों की जान चली गई ,ढाई सौ लोग अब भी अस्पताल में हैं ,एक नाले में लोगों के शव अब भी ढूंढें जा रहे हैं।
विपक्ष के लोग अपनी पार्टी का वफादार बनने का प्रयास कर रहे हैं और केंद्र सर्कार पर हिंसा का आरोप लगा रहे हैं जबकि इन लोगों ने कभी शरजील, वारिस पठान के बयानों पर कुछ नहीं बोला। सोशल मीडिया पर लोग दिल्ली हिंसा के लिए अमित शाह को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं लेकिन ऐसे लोग जरा दिल से सोंचें कि आपके घर में अगर कोई बहुत ही खास मेहमान आया है तो आप शायद मेहमान की खातिरदारी का हर प्रयास करेंगे। उसी समय आपके दुश्मनों ने बवाल कर दिया। दिल्ली हिंसा पर अब कांग्रेस पर भी बड़े सवाल उठने लगे हैं। कांग्रेस के कई राज्यों के मुख्य्मंत्री तो कुछ नहीं बोल रहे हैं लेकिन कुछ छुटभैया नेता जो शायद प्रियंका गांधी और राहुल को अपना नेता मानते हैं वही सवाल उठा रहे हैं। वो शायद नासमझ हैं।
क्या इस भड़काऊ भाषण के लिए सोनिया, राहुल और प्रियंका पर भी FIR होगा?— 🇮🇳 Ajay Kushwaha 🇮🇳 अजय कुशवाहा 🇮🇳 (@AjayKushwaha_) February 26, 2020
ये लोग भी दिल्ली की हिंसा मे घी डालने का काम किए हैं?
किसी भी दलाल मिडिया की हिम्मत है कि इनके खिलाफ भी वो आवाज़ उठा सकतीं है?
जो आज इस्तीफा मांग रहे है वही लोग इस हिंसा के मुख्य गुनेहगार है? जो यहां सबूत है! pic.twitter.com/HZ6JFhCH2S
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के भारत दौरे से सबसे ज्यादा तकलीफ कांग्रेस को है और कहीं ना कहीं दिल्ली हिंसा के पीछे कांग्रेस का ही हाथ होगाhttps://t.co/gTVUeW2Quq— Amulya Kumar panda (@AmulyaKumarPan8) February 24, 2020
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