नई दिल्ली: दिल्ली चुनावों के समय आम आदमी पार्टी अपने ही फेंके जाल में लगभग फंस रही है। इस जाल से टीम केजरीवाल निकल पाती है या नहीं 11 फरवरी को पता चलेगा। केजरीवाल पर अब टुकड़े गैंग भारी पड़ रहा है। गैंग का एक गिरफ्तार गुर्गा इस्लामिक स्टेट के सपने देख रहा था। उसी जेएनयू का छात्र था जिसके कई देशद्रोही छात्रों का केजरीवाल बचाव अब तक करते आ रहे हैं। शरजील इमाम ने रिमांड के दौरान कई चौंकाने वाले खुलासे किये हैं जिससे आने वाले दिनों में केजरीवाल की मुसीबतें और बढ़ सकती हैं। कहा जा रहा है कि केजरीवाल ने इस गैंग को बचाया न होता और दिल्ली पुलिस की चार्जशीट पर हस्ताक्षर कर दिया होता तो दिल्ली में न कश्मीर की आजादी के नारे लगते और न ही कोई शरजील इमाम डेढ़ महीने से शाहीन बाग़ की सड़क जाम करवाकर 10 लाख लोगों को परेशान करता। इमाम जैसे जेएनयू के छात्रों ने देश तोड़ने की बात की शाहीन बाग़ में जेहाद शुरू करवाया। शरजील के साथ केजरीवाल के विधायक अमानतुल्लाह खान दिख चुके हैं। जिसके बाद कई सवाल उठने शुरू हुए। कहा गया कि शाहीन बाग़ के मुख्य आयोजक केजरीवाल ही हैं। वो अपने विधायक खान के माध्यम से ये सब करवा रहे हैं।
केजरीवाल ने टुकड़े गैंग का हौसला बढ़ाया और उसका नतीजा ये निकला कि अपने ही देश की राजधानी की एक सड़क पर देश के लोग नहीं चल पा रहे हैं। वहाँ देश के प्रधानमंत्री और गृह मंत्री की हत्या की बात कही जा रही है। आम्बेडकर के संविधान को पलटने की बात कही जा रही है। जनसंख्या बढ़ने पर हिन्दुओं को पटक-पटक कर मारने की बात कही जा रही है। राजनीतिक पार्टियां सत्ता के लिए ऐसी बातें बर्दाश्त कर सकती हैं। रामभक्त गोपाल जैसे युवक नहीं। 8 फरवरी को दिल्ली में मतदान हैं। अब केजरीवाल के स्कूल और मुफ्त बिजली पानी के मुद्दे पर शाहीन बाग़ हावी हो गया है। भाजपा का वोट प्रतिशत राकेट की रफ़्तार से बढ़ रहा है। ये जीत में तब्दील होता है या नहीं ये तो समय बताएगा।
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