फरीदाबाद: ऐतिहासिक मटियामहल का इतिहास मिटाने वाले भूमाफियाओं की अब खैर नहीं। बार एसोशिएशन के पूर्व प्रधान एवं न्यायिक सुधार संघर्ष समिति के प्रधान एडवोकेट एलएन पाराशर ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की है जिसका सीएनआर नंबर 3500428 है। याचिका में सचिव हरियाणा ( सिविल ) भारतीय पुरातत्व विभाग हरियाणा, कला एवं संग्रह के डायरेक्टर, कमिश्नर नगर निगम फरीदाबाद एवं एसडीएम बल्लबगढ़ को पार्टी बनाया गया है।
वकील पाराशर के बड़ा खुलासा करते हुए कहा कि मटियामहल की लगभग 800 गज जमीन की खतौनी निकलवाने पर पता चला कि ये जमीन अब भी शहीद राजा नाहर सिंह के वंशजों के नाम है और सरकार के अधीन है जबकि इस पूरी जमीन पर भूमाफियाओं ने अवैध इमारत खड़ी कर ली है। पाराशर ने कहा कि इस ऐतिहासिक जमीन को माफियाओं के हवाले करने में हरियाणा और फरीदाबाद के बड़े अधिकारियों का हाथ है। उन्होंने कहा कि इस ऐतिहासिक मटियामहल राजा ने अपनी रानीं के लिए बनवाया था लेकिन इस इतिहास को माफियाओं ने मिटा दिया।
पाराशर ने कहा कि राजा नाहर सिंह को जनवरी में ही 32 साल की उम्र में फांसी दी गई थी। उन्होंने कहा कि माफिया बल्लबगढ़ का इतिहास मिटाते जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इतिहास मिटाने में कुछ नेताओं का भी हाथ है। उन्होंने कहा कि माफियाओं को अब मैं नहीं छोडूंगा। उन्होंने कहा कि अगर ये माफिया बच गए तो फरीदाबाद की अन्य ऐतिहासिक जमीनों पर भी कब्ज़ा कर लेंगे। उन्होंने कहा कि जिन अधिकारीयों के कार्यकाल में मटियामहल का इतिहास मिटाया गया है सभी पर कार्यवाही करवाऊंगा और जल्द इस अवैध इमारत को ध्वश्त करवाऊंगा।
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