फरीदाबाद। नगर निगम प्रशासन द्वारा सोमवार को एक-दो चौक पर की गई सीलिंग की कार्यवाही को लेकर दुकानदारों में खासा रोष व्याप्त है। दुकानदारों ने आरोप लगाया कि नगर निगम प्रशासन ने उन्हें सीलिंग से पूर्व किसी प्रकार की कोई सूचना नहीं दी और आनन-फानन में इस कार्यवाही को अंजाम दिया, जिससे दुकानदारों को संभलने तक का मौका नहीं दिया गया। नगर निगम की इस कार्यवाही को तानाशाही करार देते हुए वरिष्ठ समाजसेवी संजय जिंदल ने कहा कि अधिकारियों ने सभी नियमों को ताक पर रखकर यह कार्यवाही की है, जो कि गलत है। उन्होंने कहा कि निगम कर्मचारियों ने 5 दुकानें सील की, जिनमें से मिलीभगत करके दो दुकानें की सील उसी दौरान खोल दी। उन्होंने कहा कि एक तरफ हरियाणा सरकार बकायेदारों से से राजस्व की वसूली के लिए उन्हें ब्याजमुक्त की योजनाएं चला रही है, दूसरी तरफ नगर निगम के अधिकारी व कर्मचारी अपनी हठधर्मिता के चलते मनोहर सरकार की छवि को धूमिल करने का काम कर रहे है।
जिंदल ने कहा कि जिन दुकानदारों पर मात्र कुछ हजार रुपये की राशि भी बकाया था, उनकी दुकानें भी निगम कर्मचारियों ने जबरन सील कर दी। उन्होंने कहा कि शनिवार-रविवार छुट्टी का दिन होने के चलते आज सोमवार को दुकानदारों ने अपनी दुकानें खोली थी और एकाएक सीलिंग की कार्यवाही करना पूरी तरह से गलत है और वह इसकी कटु शब्दों में निंदा करते है। उन्होंने कहा कि दुकानदार अपने बकाये कर को भरने के लिए पूरी तरह से तैयार है परंतु नगर निगम के कर्मचारी उन्हें उचित मार्गदर्शन नहीं कर रहे है। उन्होंने निगमायुक्त आयुक्त यश गर्ग से मांग की कि वह दुकानदारों को बकाया भरने के लिए कुछ समय दें और उन्हें सरकार की ब्याज माफी योजना की जानकारी दें ताकि दुकानदार अपने बकाया निपटा सके वहीं उन्होंने आज जबरन सील की गई दुकानों को भी पुन: खोलने की मांग की।
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