चंडीगढ़: हरियाणा में भाजपा को तीन महीने पहले हुए चुनावों में पहले से कम सीटें मिलीं जिसके जिम्मेदार सबसे ज्यादा मुख्यमंत्री मनोहर लाल हैं। सीएम के कई बयानों ने भाजपा की जमकर किरकिरी करवाई। इस बार जजपा और निर्दलीयों के सहारे सरकार बनी और अब भी सीएम के बयान भाजपा पर भारी पड़ते दिख रहे हैं। हाल में महम के विधायक बलराज कुंडू पर मामला दर्ज हुआ था जिसके बाद कुंडू ने समर्थन वापसी की चेतावनी दी थी। उस समय सीएम मनोहर लाल ने कहा था कि इससे हमें कोई फर्क नहीं पड़ेगा। सीएम का यही बयान निर्दलीय विधायकों को चुभ गया है और जानकारी के मुताबिक़ निर्दलीय विधायकों की चंडीगढ़ में एक खास बैठक हुई है। बैठक में सभी विधायकों ने एकजुटता दिखाते हुए विधायक कुंडू पर दर्ज मामले को वापस लेने की मांग की है।
इस बैठक से प्रदेश में हलचल मच गई है क्यू कि जजपा के दादा भी जजपा पर बड़ा आरोप लगा चुके हैं। चंडीगढ़ में हुई बैठक में निर्दलीय विधायक और प्रदेश के बिजली मंत्री रणजीत सिंह भी मौजूद थे। बिजली मंत्री ने बैठक में कहा कि इस मामले को लेकर सीएम से बात की जाएगी। कुंडू पर दर्ज मामले को वापस करवाने का प्रयास किया जाएगा।
हरियाणा में सरकार बने अभी लगभग तीन महीने ही हुए हैं। कभी विज-खट्टर विवाद तो कभी अन्य विधायक सरकार पर सवाल उठाते दिख रहे हैं। सीएम मनोहर लाल को सोंच समझकर बोलने की जरूरत है वरना आगे जो कुछ होगा वो भाजपा के लिए अच्छा नहीं होगा। कांग्रेस निर्दलीय और जजपा के कई विधायकों को लपकने के लिए तैयार बैठी है।
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