फरीदाबाद: इंटरनेट के बढ़ते उपयोग के कारण जहां एक तरफ आम जीवन काफी सुगम हो गया है, वहीं दूसरी तरफ इसकी वजह से साइबर क्राइम का खतरा भी काफी बढ़ गया है। इंटरनेट का उपयोग कर साइबर ठग आए दिन नए नए तरीकों से लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं। लोगों को साइबर क्राइम से बचाने के लिए पुलिस ने भी अभियान चलाया हुआ है। इसी कड़ी में डीसीपी क्राइम लोकेंद्र सिंह सोमवार को सेक्टर 24 स्थित स्लेजहैमर ऑयल टूल्स कंपनी में पुलिस की तरफ से साइबर क्राइम पर एक सेमीनार का आयोजन किया गया। इस मौके पर कंपनी के एमडी प्रदीप मोहंती और डायरेक्टर प्रवीन मोहंती विशेष रूप से मौजूद थे।
ऐप की मदद से साइबर क्राइम
कंपनी के स्टाफ और कर्मचारियों को साइबर क्राइम से बचाने के तरीके बताने के लिए पुलिस की साइबर सेल में तैनात एएसआई बाबूराम और पुलिस प्रवक्ता सुबेसिंह सेमीनार में हिस्सा लेने के लिए आए थे। कार्यक्रम की शुरूआत में कंपनी के एमडी प्रदीप मोहंती ने दोनों पुलिस अधिकारियों का स्वागत किया। साइबर क्राइम एक्सपर्ट बाबूराम ने कंपनी के कर्मचारियों को बताया कि साइबर ठग लोगों को अपना निशाना बनाने के लिए रोज नए नए तरीकों का इस्तेमाल कर रहे हैं। अपराधी इंटरनेट की मदद से कई तरह के अपराध कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि इन दिनों बाजार में ऐसे ऐसे ऐप मौजूद है, जिनकी मदद से अपराधी लोगों को आसानी से अपना शिकार बना लेते हैं। इन ऐप की मदद से अपराधी जैसा चाहता है, वैसा सामने वाले को दिखाने में कामयाब हो जाता है।
फेसबुक से साइबर
एएसआई बाबूराम ने कहा कि फेसबुक का इस्तेमाल सोच समझ कर करना चाहिए। लोग शहर से बाहर घूमने जाने पर तुरंत वहां की तस्वीरे फेसबुक पर शेयर कर देते हैं। जिसे अपराधियों का पता चल जाता है कि घर खाली है। इसलिए बाहर की तस्वीरे लौटने पर शेयर करनी चाहिए। साइबर ठग फेसबुक के माध्यम से व्यक्ति का पूरा ठिकाना जान लेते हैं। इसके अलावा ठग फेसबुक पर फेक आईडी बनाकर व्यक्ति के परिचित से मदद के बहाने रुपये ठग लेते हैं या अन्य कई तरह के अपराध करते हैं। फेसबुक पर की जाने वाली चेटिंग पर भी आंख बंद कर विश्वास नहीं करना चाहिए।
मेट्रीमोनल साइट
उन्होंने कहा कि मेट्रीमोनल वेबसाइट पर अपनी प्रोफाइल सोच समझ कर डालनी चाहिए। प्रोफाइल देखकर सम्पर्क करने वाले व्यक्ति पर आंख बंद कर विश्वास नहीं करना चाहिए। ठग इन वेबसाइटों की मदद से महिला को न सिर्फ ठगते हैं बल्कि उनकी निजी जानकारी, तस्वीर और वीडियों हासिल कर उन्हें लंबे समय तक ब्लैकमेल करते रहते हैं। ऐसे में महिलाओं को बिना किसी संकोच के पुलिस की मदद लेनी चाहिए। महिला द्वारा ईमेल करने पर पुलिस बिना उनके घर आए गुपचुप तरीके से आरोपी के खिलाफ कार्रवाई कर देती है।
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