फरीदाबाद 23 जनवरी- उपायुक्त यशपाल ने कहा कि नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के आदेश के अनुसार शहर में सफाई व्यवस्था दुरूस्त बनाई जाए। डोर-टू-डोर कूड़ा कलैक्शन किया जाए तथा डंपिंग प्वाइंट से भी कूड़ा के उठान नियमित रूप से होना चाहिए।
उपायुक्त ने बुधवार को विभिन्न विभागों की मीटिंग में कहा कि वातावरण की साफ-सफाई में सभी का योगदान अपेक्षित है। नगर निगम व एचएसवीपी अपने क्षेत्रों में सभी जरूरी इंतजाम करें। दोनों विभाग सुनिश्चित करें कि सीवरेज की गंदगी बारिश के पानी के साथ नहीं मिलनी चाहिए। हर कार्य की टाइमलाइन फिक्स की जाए तथा उसी के अनुसार काम पूरा करने के बाद एक्शन टेकन रिपार्ट भेजी जाए। कूड़ा का उठान नियमित रूप से हो। अगर कान्ट्रैक्टर सही तरीके से काम नहीं कर रहा तो उस पर पैनल्टी लगाई जाए या फिर उसका कान्ट्रैक्ट रद्द किया जाए। उन्होंने कहा कि साफ-सफाई व्यवस्था को दुरूस्त बनाए रखने के लिए लोगों का सहयोग भी अपेक्षित है। लोगों को खुले में कूड़ा डालने से रोका जाए। उद्योगों से निकलने वाले वेस्ट का निस्तारण भी सही प्रकार से होना चाहिए। सब्जी मंडी व आसपास के क्षेत्र में भी सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाए। उन्होंने टैªफिक पुलिस के अधिकारियों को निर्देश दिए कि जो वाहन प्रदूषण ज्यादा कर रहे हैं, उनके चालान अधिक किए जाएं। वाहनों की प्रदूषण की जांच नियमित रूप से होनी चाहिए। इस अवसर पर एसडीएम फरीदाबाद अमित कुमार, एसडीएम बल्लबगढ़ त्रिलोकचंद, एसडीएम व एसडीएम बड़खल पंकज सेतिया भी उपस्थित थे।
उपायुक्त यशपाल ने कहा कि वन स्टॉप सेंटर के माध्यम से उन महिलाओं को मदद उपलब्ध करवाई जाएगी जो किसी प्रकार के अन्याय, हिंसा, बाल विवाह या अन्य आपराधिक घटनाओं से प्रताड़ित हैं। इन सेंटरों पर पीडित महिलाओं को एक ही स्थान पर उनकी जरूरत के हिसाब से मदद उपलब्ध करवाई जाती हैं।
उपायुक्त ने वीरवार को लघु सचिवालय के बैठक कक्ष में वन स्टॉप सेंटर, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, महिला सुरक्षा व घरेलू हिंसा के संबंध में किए जा रहे उपायों की समीक्षा के दौरान यह बात कही। उन्होंने कहा कि महिलाओं की सुरक्षा तथा घरेलू हिंसा पर रोक लगाने की दिशा में बनाई गई योजनाओं को प्रभावी ढंग से क्रियान्वित किया जाए। इसके लिए सभी विभागों के अधिकारी व कर्मचारी आपसी तालमेल के साथ कार्य करें। उन्होंने कहा कि जिस विभाग को जो भी जिम्मेदारी है, उसे वे पूरी निष्ठा साथ सहयोग निर्धारित समय पर अवश्य करें।
उपायुक्त ने बताया कि जिला में इस समय नागरिक अस्पताल में वन स्टॉप सेंटर चल रहा है। जल्द ही एनआईटी-3 कल्याणपुरी में चलाया जाएगा। उन्होंने बताया कि वन स्टॉप सेंटर पर जो भी केस आए हैं, जिन पर कार्रवाई करते हुए महिलाओं को मदद प्रदान की जा रही है।
उपायुक्त यशपाल ने कहा कि जिला में दो या इससे अधिक बेटियों की माताओं के लिए वुमन फेस्टिवल का आयोजन करवाया जाए, जिसमें महिलाओं को महिला विषय पर आधारित फिल्में दिखाई जाए। इसमें एक दिन कॉलेज की छात्राओं के लिए भी रखा जाए। उन्होंने गांवों में चलाए जा रहे बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान, बेटी उत्सव व अन्य कार्यक्रमों की भी समीक्षा की और इनके क्रियान्वयन के संबंध में सम्बंधित विभागों के अधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश दिए। उपायुक्त ने लिंग संवेदनशीलता व पोक्सो एक्ट के संबंध में स्पेशल कार्यशालाएं आयोजित करवाने के निर्देश भी दिए। उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारी से सभी स्कूलों में यौन उत्पीड़न कमेटियों के गठन की प्रगति की भी जानकारी ली। बैठक में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान की समीक्षा के दौरान लिंग अनुपात में कमजोर स्थिति के गांवों और शहरी क्षेत्र में चिन्हित करके वहां पर गर्भवती महिलाओं का पंजीकरण करके उन्हें स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी व कर्मचारियों के उन महिलाओं को स्वास्थ्य सम्बन्धी दवाओं तथा परामर्श अवश्य दिलवाना सुनिश्चित करें, ताकि वे कुपोषण से बची रहे। आर्थिक रूप से कमजोर महिलाओं को सरकार द्वारा दी जाने वाली सुविधाएं उपलब्ध करवाना भी सुनिश्चित करें।
बैठक में एसडीएम फरीदाबाद अमित कुमार, डीसीपी डॉ अंशुल सिंगला, डीडीपीओ राकेश कुमार, जिला सांख्यिकी अधिकारी जेएस मलिक, एलडीएम अलभ्य मिश्रा, एसएमओ डॉ रमेश, महिला एवं बाल विकास विभाग की जिला कार्यक्रम अधिकारी मंजू शर्मा, सीएमजीजीए अतुल सहगल, जिला समाज कल्याण अधिकारी सुशीला देवी व अन्य विभागों के अधिकारी भी मौजूद थे।
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