चंडीगढ़,15 जनवरी- मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगी कार्यक्रम के परियोजना निदेशक डॉ. राकेश गुप्ता ने अंत्योदय सरल केंद्रों में आमजन को योजनाओं और सेवाओं का लाभ देने के मामले में काम में लापरवाही बरतने के कारण करनाल जिले के असंध तहसील के तहसीलदार रमेश कुमार को अपना काम ठीक से नहीं करने के लिए स्पष्टीकरण देने के निर्देश दिए हैं।
डॉ. राकेश गुता कल अंत्योदय सरल प्रोजेक्ट पर नोडल अधिकारियों की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। बैठक में डॉ. गुप्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल अंत्योदय सरल प्रोजेक्ट को बहुत गंभीरता से मॉनिटर कर रहे हैं और मुख्यमंत्री की ओर से सख्त निर्देश हैं कि अंत्योदय सरल के अंतर्गत सेवा को समय से प्रदान करें और हर नागरिकों की शिकायतों को निपटाने की कार्यप्रणाली को दुरुस्त करें ताकि आमजन को सरकारी योजनाओं और सेवाओं का अधिकतम लाभ निश्चित समय में मिल सके। इसलिए सभी विभाग तय समय सीमा में कार्य करें।
डॉ. गुप्ता ने नोडल अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे अंत्योदय पोर्टल पर प्राप्त आवेदन या शिकायतों को जल्द निपटाएं नहीं तो कार्य में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों के खिलाफ विभागीय कार्यवाही की जा सकती है। इसलिए सभी विभाग अपने मुख्यालय और जिला स्तर भी कार्यप्रणाली में सुधार लाएं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री हर तीन महीने में अंत्योदय सरल प्रोजेक्ट की समीक्षा बैठक करेंगे।
बैठक में अंत्योदय सरल पोर्टल पर एससी सर्टिफिकेट बनाने से संबंधित एक शिकायत पर संज्ञान लेते हुए डॉ गुप्ता ने इस मामले की तहकीकात कर संबंधित अधिकारी व कर्मचारी की जिम्मेवारी तय करने के निर्देश दिए। बैठक में खेल एवं युवा मामले विभाग के नोडल अधिकारी के अनुपस्थित रहने के कारण नोडल अधिकारी को कारण बताओ नोटिस जारी करने के भी निर्देश दिए।
बैठक में डॉ. राकेश गुता ने परिवहन, महिला एवं बाल विकास, हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण, कृषि विभाग को जल्द से जल्द अपनी कार्यशैली में सुधार करने के निर्देश दिये। उन्होंने विभागों को अंत्योदय पोर्टल के टिकटिंग सिस्टम पर आने वाली टिकटों पर भी त्वरित कार्रवाई करने के निर्देश दिये।
बैठक में बताया गया कि अंत्योदय सरल पोर्टल पर विभिन्न विभागों की 525 से ज्यादा योजनाओं और सेवाओं के लिए आज तक 78 लाख से भी ज्यादा आवेदन प्राप्त हुए हैं। आज के समय में एक महीने में औसतन 5 लाख से ज्यादा आवेदन प्राप्त हो रहे हैं। इसके अलावा, हेल्पलाइन नंबर पर 1 लाख 20 हजार से ज्यादा कॉल्स आई हैं।
परियोजना निदेशक ने कहा कि आज हम तेजी से पेपरलेस सिस्टम की ओर बढ़ रहे हैं ताकि लोगों को भ्रष्टाचार मुक्त सेवाएं प्रदान करने के लिए बिचौलियों की भूमिका को पूरी तरह से खत्म किया जा सके। इसलिए अंत्योदय सरल निरंतर चलने वाला प्रोजेक्ट है और सभी अधिकारी व कर्मचारी पूरी निष्ठा से कार्य करें और अपने विभाग के प्रदर्शन को लगातार मॉनिटर करें।
उन्होंने नोडल अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के लिए पूरी जिम्मेदारी के साथ काम करने का निर्देश दिया कि पोर्टल में प्राप्त प्रत्येक शिकायत को निर्धारित समयावधि में हल किया जाए।
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