हर्षित सैनी महम, 2 जनवरी। सीडब्ल्यूसी सदस्य दीपेन्द्र हुड्डा ने नए साल के पहले दिन की शुरुआत कल अपने क्षेत्र के लोगों के बीच की। वे महम में आयोजित कई कार्यक्रमों में पहुंचे और लोगों से मुलाकात की। उन्होंने हरियाणावासियों को नए साल की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि नया साल आपके और आपके परिवार के लिए ढेरों खुशियां लेकर आएं।
इस अवसर पर उन्होंने प्रदेशवासियों के अच्छे स्वास्थ्य, जीवन में शांति, खुशहाली और समृद्धि की कामना भी की। इस दौरान क्षेत्र के गणमान्य लोगों के अलावा भारी संख्या में स्थानीय लोगों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। इस अवसर पर पूर्व विधायक आनंद सिंह दांगी भी मौजूद रहे और उन्होंने भी लोगों को नये साल की बधाई दी।
गांव गिरावड़ स्थित बाबा मुंडीवाला धाम में आयोजित विशाल भंडारा कार्यक्रम में शिरकत करने के बाद उन्होंने कहा कि बीता साल भी पूरे देश और आम लोगों के लिये काफी मुश्किलों से भरा साल साबित हुआ है। देश के आम लोगों को तरह-तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
दीपेन्द्र हुड्डा का कहना था कि बेरोज़गारी, आर्थिक मंदी, बढ़ती महंगाई और कानून-व्यवस्था की खराब हालत से आम जन का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। जबरन थोपी गयी आर्थिक तंगी, सामाजिक-आर्थिक तनाव और कृत्रिम तरीके से पैदा की गई उथल-पुथल के दौर से गुजर रहे लोगों को जीवन में काफी कष्ट का सामना करना पड़ रहा है। देश की अर्थव्यवस्था की रफ्तार रुक गयी है और बेरोजगारी, महंगाई बढ़ती जा रही है।
उन्होंने कहा कि इनके शासनकाल में कच्चा तेल बेहद सस्ता रहा, फिर भी डीजल और पेट्रोल के दाम आसमान छूते रहे। सरकार ने पेट्रोलियम पदार्थों की बिक्री से भारी मुनाफा कमाया। बावजूद इसके, सरकार द्वारा आजादी के बाद पहली बार रिजर्व बैंक से 1.76 लाख करोड़ रुपये लेने का फैसला लोगों के गले नहीं उतर रहा है। सरकार ने जो धन महंगा डीजल और पेट्रोल बेचकर कमाया आखिर वो कहां गया?
दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि आजादी के बाद 3 युद्ध लड़े गए, 1 चीन से और 2 पाकिस्तान से, फिर भी कभी रिजर्व बैंक से पैसा लेने की नौबत नहीं आयी। मौजूदा परिस्थितियों में रिजर्व बैंक का पैसा लेना यह दर्शाता है कि देश की अर्थव्यवस्था कितने नाजुक हाल में पहुंच चुकी है।
दीपेंद्र हुड्डा ने आगे कहा कि देश और प्रदेश की जनता बेरोजगारी, मंदी, बढ़ती महंगाई की विकराल समस्याओं और सरकार की जनविरोधी नीतियों से त्रस्त हो चुकी है। सरकार मुख्य समस्याओं से देश के लोगों का ध्यान भटकाने के लिए ही गैर-मुद्दों को मुद्दा बना रही है। उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार की गलत आर्थिक नीतियों के कारण देश की विकास दर गिरते-गिरते 4.5 प्रतिशत से भी नीचे जा चुकी है, उद्योग धंधे चौपट हो गए हैं। सरकार ने आम जनता पर अनाप-शनाप टैक्स थोंपकर दहशत का माहौल पैदा कर दिया है। सरकार की जनविरोधी नीतियों के कारण करीब 3 करोड़ लोग दोबारा गरीबी के दलदल में फंस गये हैं।
उन्होंने कहा कि हमें सकारात्मक विपक्ष की भूमिका निभाने का काम मिला है। विपक्ष टक्कर का है तो लोगों के हितों के लिये इस सरकार के साथ जबरदस्त टक्कर रखेंगे। लोगों के हकों की लड़ाई लड़ेंगे, क्योंकि अब लोगों के हक की आवाज़ ये सरकार दबा नहीं पायेगी। हमारे पूर्वजों ने आज़ादी के कठिन संघर्ष को भी मिलजुलकर लोकतांत्रिक तरीके से मजबूती से लड़ा और जीत हासिल की। हम आगे भी एक साथ आपसी भाईचारे को बनाये रखते हुए कठिन से कठिन हर चुनौती का पूरी ताकत से सामना करेंगे।
हरियाणा सरकार आपसी अंतर्विरोधों में घिरी
सीडब्ल्यूसी सदस्य दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि हरियाणा सरकार में आपस में ही भारी मतभेद हो गये हैं। जनभावनाओं को नकारकर बनी दो दलों की सरकार में विरोध के स्वर उठने लगे हैं और ये अंतर्विरोध केवल भाजपा में ही नहीं है, जेजेपी का भी यही हाल है।
एक तरफ गृह मंत्री ने मुख्यमंत्री पर आईपीएस अफसरों के तबादले को लेकर सवालिया निशान लगा दिया है तो दूसरी तरफ उप-मुख्यमंत्री पर उन्हीं की पार्टी के विधायक गंभीर आरोप लगा रहे हैं। सरकार बनने के दो महीने बाद ही दोनों सत्ताधारी दलों में असहमति के गंभीर स्वर सुनायी दे रहे हैं।
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