नई दिल्ली: देश में आये दिन दलितों पर अत्याचार होते हैं लेकिन बड़े टीवी चैनलों वाले खबरें दिखाने में भेदभाव करते हैं। हाल में मध्य प्रदेश के सागर जिले के एक दलित युवक धनीराम अहिरवार को जिन्दा जलाने का प्रयास किया गया। 24 साल के धनीराम पर छुट्टू, अज्जू पठान, कल्लू और इरफान ने केरोसिन उड़ेलकर आग लगा दी थी जिसके बाद धनीराम का इलाज सफदरगंज हॉस्पिटल में चल रहा था लेकिन आज धनीराम ने दम तोड़ दिया। धनीराम को जलाने वाले शांतिदूत हैं इसलिए न दलितों के मसीहा बने नेताओं ने आवाज उठाई और न ही कांग्रेस न वामपंथियों ने। खुद को दलितों का मसीहा कहने वाले भीम आर्मी के रावण जामा मस्जिद तो पहुँच गए लेकिन सागर नहीं पहुंचे। अब ऐसे लोगों पर सवाल उठाये जा रहे हैं।
Sad 😔Dhaniram is no more !Rahul,Priyanka,Owaisi,Kejriwal,Yechury,Akhilesh,RJD all are SILENT.Why ??1-MP is Congress ruled state2-Crime commited by Muslims.अगर यह UP में होता तो ये सब विदेशी मीडिया के साथ कोहराम मचा देते ।पर इसने धनीराम का क्या गुनाह ?ॐ शान्ति दोस्त🙏😔 https://t.co/mBhSN1aA9i
— Major Surendra Poonia (@MajorPoonia) January 24, 2020
14 जनवरी की रात शांतिदूतों ने धनीराम के परिजनों से मारपीट करते हुए उन्हें घेर लिया और उसे आग लगा दी। उसके बाद धनीराम के परिजनों ने सोशल मीडिया पर मदद की गुहार लगाईं। वीडियो भी वाइरल हुआ लेकिन किसी ने धनीराम की मदद नहीं की। ये हैं धनीराम के परिजन। आप सबसे इनकी गुहार सुनी होगी। शायद धर्म के ठेकेदारों और दलितों के ठेकेदारों तक नहीं पहुँची। पहुँची तो जरूर होगी। उन्होंने कान में हुई ठूंस ली होगी क्यू कि आरोपी शांति दूत थे।
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