फरीदाबाद: छल, कपट धोखा कर फरीदाबाद के लगभग सबसे अमीर बन काफी समय तक लोगों को ठगते रहे और हजारों करोड़ की संपत्ति अर्जित करने वाले, वर्तमान में नीमका जेल में जिंदगी के खास दिन बिताने वाले एसआरएस ग्रुप के सर्वेसर्वा अनिल जिंदल के लिए आज का दिन शायद सबसे बुरा दिन है। प्रवर्तन निदेशालय ने आज बड़ी कार्यवाही करते हुए जिंदल की 2510.82 करोड़ की संपत्ति अटैच कर दी है। फरीदाबाद के इतिहास में अब तक के सबसे बड़े ठग शायद अनिल जिंदल ही साबित हुए हैं।
ईडी ने धोखाधड़ी मामले में एसआरएस ग्रुप की भूमि, रियल एस्टेट परियोजनाएं, वाणिज्यिक परियोजनाएं, आवासीय मकान, एक स्कूल, सिनेमा हॉल, बैंक खातों में जमा राशि और सावधि जमा राशि (फिक्सड डिपॉजिट) को धन शोधन निवारण अधिनियम 2002 (पीएमएलए) के तहत कुर्क किया गया है।
ED attaches under PMLA, Land, Real Estate & Commercial Projects, Residential Houses, School, Cinema hall, balances in bank accounts & fixed deposits totalling ₹ 2510.82 Crore of SRS Group, its promoters, their family members and other associates in a cheating and fraud case.— ED (@dir_ed) January 9, 2020
प्रवर्तन निदेशालय के मुताबिकजांच से पता चला कि एसआरएस ग्रुप की विभिन्न कंपनियों और अभियुक्तों के परिवार के सदस्यों के नाम पर चल और अचल संपत्तियों को अवैध रूप से अधिग्रहीत किया गया था। इस 2510.82 करोड़ रुपये की कुल संपत्ति को पीएमएलए के तहत कुर्क किया गया है। इस मामले में आगे की जांच चल रही है। ईडी ने हरियाणा में फरीदाबाद के विभिन्न पुलिस स्टेशनों में भारतीय दंड संहिता के तहत धोखाधड़ी, आपराधिक साजिश और जालसाजी के आरोपों पर दर्ज एफआईआर के आधार पर पीएमएलए के तहत जांच शुरू की है।
ईडी का कहना है कि इसके अलावा आर्थिक अपराध शाखा, नई दिल्ली से भी एक अन्य प्राथमिकी प्राप्त हुई है। ईडी ने कहा कि जांच के दौरान यह पाया गया कि आरोपी अनिल जिंदल, जितेंद्र कुमार गर्ग और प्रवीण कुमार कपूर एसआरएस ग्रुप के प्रमुख प्रमोटर हैं, जिनकी 300 से अधिक सहायक कंपनियां हैं। जिंदल, एसआरएस समूह के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक अनिल जिंदल धोखाधड़ी मामले में जेल में बंद हैं। ईडी का कहना है कि ये अपने अन्य साथियों और सहयोगियों के साथ एक आपराधिक साजिश रचते हैं और दुकानों, फ्लैट्स, अपार्टमेंट्स जैसे रियल एस्टेट इकाइयों में निवेश की आड़ में धोखाधड़ी को अंजाम देते हैं।
आपको बता दें कि हजारों करोड़ की धोखाधड़ी में एसआरएस ग्रुप के चेयरमेन अनिल जिंदल, नानकचंद तायल, बिशन बंसल, देवेंद्र अधाना और विनोद मामा को अप्रैल 2018 में गिरफ्तार किया गया था। इन लोगों के खिलाफ धारा 420, 406, 120बी, आईपीसी व 3 हरियाणा प्रोटेक्शन ऑफ इंट्रेस्ट ऑफ डिपोजिटर इन एफई एक्ट 2013 के तहत अलग-अलग शिकायतों पर थाना सेक्टर 31 में केस दर्ज था। जिंदल शायद हरियाणा के सबसे बड़े ठग हैं जिन्होंने इतनी बड़ी ठगी की थी। हजारों लोगों को रुलाया था। उस समय काफी प्रदर्शन हुआ था और पुराने पाठकों को पता है कि हरियाणा अब तक ने उस समय लाला गैंग के नाम से एक अभियान चलाया था और हमने ऐसे कई ठगों की पोल खोली थी। जिंदल को एनसीआर का भी सबसे बड़ा ठग कहा जा रहा है।
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